Tuesday, October 10, 2023

कल्कि अवतार कब होगा और कहां होगा? । Kali Avatar

 

कल्कि अवतार कितना शक्तिशाली होगा। मित्रों सनातन धर्म में चार युगों के बारे में बताया गया है जिसमें सतयुग द्वापर युग त्रेता युग और कलियुग है। यानी इस समय हम चौथे और अंतिम कलयुग में जी रहे है । इस युग के विषय में ऐसा कहा गया है कि सब से निकृष्ट है । 

कल्कि अवतार कब होगा और कहां होगा? । Kali Avatar

जिसमें धर्म सत्य सब नष्ट हो जाएगा । दुराचार्य और  अपने अनाचार्य अपने चरम पर होगा। जब ऐसी परिस्थिति आएगी तब भगवान विष्णु धरती पर धर्म की रक्षा के लिए आएंगे। कली के विषय में ऐसा भी कहा जाता है कि यह काल जो अभी चल रहा है। यह तो बस शुरुआत है। 


कल्कि अवतार कब होगा और कहां होगा? । Kali Avatar

कलयुग को असली रूप लेने में अभी बहुत 100 सालों का समय लग जाएगा। कहा जाता है कि मानवता की रक्षा के लिए भगवान विष्णु एक बार फिर से जब धरती पर अवतार लेंगे तो वह कल्कि अवतार में ही आएंगे। वह सफेद घोड़े पर सवार होगी और जो लोग अशुर धारी रूप बन चुके होंगे । उनका संहार भी करेंगे जिसके बाद दुनिया से भए और आतंक को वह समाप्त कर देंगे। 


इसके बाद इस दुनिया में दोबारा से सतयुग के स्थापना की जाएगी। लेकिन अभि भी भगवान विष्णु के इस अवतार में कई वर्ष बाकी हैं । लेकिन अभी से ही इस अवतार की पूजा की जाने लगी है । हिंदू धर्म और पुराणों में ऐसा बताया गया है कि इस पृथ्वी पर कलयुग का इतिहास 432000 वर्षों का होगा ।


कलयुग का शुरूवात कब हुआ ? 

ऐसा कहा जाता है कि कलयुग का आरंभ तब हुआ था । जब मंगल बुध गुरु शुक्र शनि यह सारे ग्रह मेष राशि पर जीरो डिग्री पर आ गई थी। अगर आज के समय में इसकी गणना कि जाएं तो यह समय वर्ष 312 ईसा पूर्व का रहा था । 


यानी कलयुग शुरू हुआ। अब तक 5125 वर्ष बीत चुके हैं। यदि आप 432000 वर्ष में से 5125 वर्ष कम कर दे । तो अभी 426875 वर्ष बचे हुए हैं। यानी अभी भी कलयुग खत्म होने में काफी ज्यादा समय बाकी है यानी अभी भी हमें कितना कुछ देखना पड़ेगा । इसका आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं ।


कल्कि अवतार के जन्म कहा होगा 

संसार के बुरी शक्तियों से लड़ने के लिए वह अकेले नहीं आएंगे बल्कि उनके साथ बाकी दैवीय शक्तियां भी इस धरती पर अवतार लेंगे। मित्रों कहां जाता है कि कलकी अवतार का जन्म संभल ग्राम में विश्व यश नाम के एक ब्राह्मण के फगर में होगा। ऐसी भविष्यवाणी पहले ही हो चुकी है की भगवान विष्णू के जन्म उत्तर प्रदेश के संभल में ही होगा । 


उनकी माता का नाम सुमति होगा । भगवान कल्कि के पास एक सफेद घोड़ा होगा जिसका नाम देवदत्त होगा उनके हाथ में दो तलवारे होंगी । कल्कि अवतार के बारे में कहा गया है कि यह निष्कलंक अवतार होगा। ऐसा कहा जाता है कि भगवान राम में 12 गुण थे। कृष्ण में 16 गुण थे, लेकिन कल्कि अवतार में कुल 64 होगें । 


भगवान विष्णु के यह अवतार मनुष्यों को पुनः प्रकृति से जोड़ देगा। कलयुग के अंतिम में समय में सारी नदियां सूख जाएंगे। मनुष्य का मनुष्य पर से ही भरोसा खत्म हो जाएगा । स्त्री 1 मर्द से खुश नहीं रहेगी। एक साथ उनके कहीं रिश्ते होंगे हर तरफ पाप का बोल बाला होगा ।  जब धरती पीड़ा से रो पड़ेगी । तब इस धरती पर कल्कि अवतार लेकर भगवान विष्णु आएंगे और धर्म की दोबारा से स्थापना करेंगे । 


भगवान कल्कि अवतार किस से युद्ध करेगा ? 

मित्रों कल्कि युद्ध कली से होगा जिसके नाश के लिए भगवान विष्णु को धरती पर आना ही होगा। कहा जाता है कि कल ही पुरुष अभी से ही हमारे बीच रह रहा है और उसके प्रभाव से ही इंसान इंसान का दुश्मन बन चुका है। लेकिन अभी उसका सिर्फ प्रभाव काम करना शुरु हुआ है। लेकिन कली अभी अपने भौतिक रूप में नहीं आया है । 


लेकिन इसके बावजूद इंसान पर अपनी शक्तियों से पूरी तरह काबू पा सकता है। जब कलयुग का अंत आने ही वाला होगा । तब वे अपने असल रूप में आ जाएगा। समय ऐसा भी आएगा कि वह पाताल लोक से आसुरी शक्तियों को आजाद कर देगा और इंसानों पर फिर उसका राज़ होगा । 


लेकिन उससे लड़ने के लिए भगवान विष्णु कल्कि अवतार लेंगे । जिनमें 64 गुण लिपट होंगे। वह माहिर योद्धाओं होगें । वे अब तक के सबसे शक्तिशाली राक्षस कली से युद्ध कर पाएंगे। इंसानों को उसके प्रभाव से मुक्त कर पाएंगे। लेकिन कली के ताकत इतनी ज्यादा होगी ।



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