Thursday, August 24, 2023

मुस्लिम औरतों के बारे में जानकारी

 

इस्लाम धर्म आए दिन किसी न किसी कारण से चर्चा में बना रहता है। लेकिन एक बात जो हर कोई इस्लाम धर्म के बारे में कहता है, वह यह धर्म में महिलाओं की बिल्कुल भी इज्जत नहीं होती। लोगो का कहना है कि इस्लाम धर्म की महिलाएं जब बड़ी होती है तो उन्हें अपने परिवार के लोगों से डर लगने लगता है ।

मुस्लिम औरतों के बारे में जानकारी


कि कहीं किसी दरिंदगी नजर उन पर ना पड़ जाए और वह शादी के लिए ना कह दे । लोग ये भी कहते हैं कि इस्लाम धर्म में लड़कियों को खिलौना समझा जाता है। लेकिन क्या यह सारी बातें सच है। क्या वाकई में इस्लाम धर्म के अंदर महिलाओं के साथ बदसलूकी और नाइंसाफी करी जाती है । या फिर ये सारी बातें इस्लाम धर्म को बदनाम करने के लिए कई गई है। 


आपसे कहना चाहते हैं कि यह पोस्ट किसी भी विशेष जाति धर्म को बदनाम करने के लिए नहीं है। बुराइयां हर धर्म में होती है। हम तो बस इस पोस्ट के माध्यम से आप तक सही जानकारी पहुंचाना चाहते हैं ।


मुस्लिम औरतों के बारे में जानकारी

दोस्तों तीन तलाक का मुद्दा हो या फिर महिलाओं का बुर्का पहनना। अगर आप देखेंगे तो इस्लाम धर्म में कुछ ऐसे रीति रिवाज बनाए गए हैं। यह बात साफ जाहिर करते हैं। कि इस धर्म में महिलाओं को केवल घर में रखने वाले खिलौने की तरह इस्तेमाल किया जाता है जो घर संभालती है, बच्चों को संभालती हैं, खाना बनाती है और रात में साथ में सोती है। 


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इसके अलावा इस्लाम धर्म में महिलाओं की कोई भी अहमियत नहीं है। इस्लाम धर्म की महिलाओं के बारे में काफी कुछ लिखा गया है। जिसे लिखने वाले अधिकतर इस्लामिक लोग होते हैं जो इन महिलाओं की जिंदगी में झांक कर देखते हैं कि आखिर यह कैसे जी रही है। 


उसी के आधार पर कई सारी किताबें और आर्टिकल छापे गए क्योंकि ऐसा बहुत कम होता है। जब मुस्लिम महिलाएं अपने दिल की बात खुल कर लोगो के सामने रखती है जिसकी वजह से महिलाओं की कोई भी समस्या लोगों के सामने नहीं आ पाती। हर किसी को लगता है कि अगर इस्लाम धर्म की महिलाएं अपने धर्म को सम्मान देती है तो वह अपने समाज में खुश है। 


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जबकि याद तो अलग अलग बात है। किसी इंसान को अपने धर्म में अपने खुदा पर विश्वास होना अलग चीज है और धर्म द्वारा बनाए गए दोगले नियमों को चुपचाप मानना अलग चीज है। इस्लाम धर्म में सबसे ज्यादा महत्व पुरुषो को ही दिया जाता है। यहां तक कि इस्लाम धर्म में कोई ऐसी महिला भी नहीं है जिसे ईश्वर की तरह पूजा जाएं 


जो है सब कुछ पुरुष ही है। यही कारण है कि इस्लाम धर्म के पुरूष अहंकार से ही नहीं निकल पाते। हालांकि हम सभी पुरुषों की बात नहीं कर रहे हैं। कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इस्लाम धर्म से तालुक रखने के बावजूद भी पढ़े लिखे होते हैं, समझदार होते हैं और अपने साथ-साथ अपनी बीवी बहन मां बेटी हर किसी के इज्जत और सम्मान करते हैं । 


लेकिन ऐसा करने वाले लोगों की संख्या बहुत कम है क्योंकि ज्यादातर लोगों के अंदर अहंकार भरा हुआ है कि वह महिलाओं से अधिक शक्तिशाली है। तभी तो इस्लाम धर्म के पुरुषों के सामने जब महिलाएं अपने अधिकारों की बात करती है तो उसे यह लोग अपना सबसे बड़ा अपमान समझने लग जाते हैं और जब मन करता है तो 3 शब्द बोल कर अपना रिश्ता खत्म कर लेते हैं । 


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या फिर दूसरी या तीसरी शादी कर लेते हैं । क्योंकि इस्लाम धर्म में एक से ज्यादा शादियों के एजाजत है और इसी चीज का इस्लाम धर्म के पुरुष सबसे ज्यादा फायदा उठाते हैं, लेकिन ये चीज़ महिलाओं को पागल करती है यानी कि उनके लिए बहुत ही ज्यादा खतरनाक साबित होती है क्योंकि अक्सर महिलाएं इसी डर में रहती है कि कहीं उनका पति उन्हे छोड़ना दे ।


या फिर दूसरी शादी ना कर ले और सबसे ज्यादा हैरान करने की बात तो यह है कि मुस्लिम धर्म में रिश्तेदारों की शादी बड़ी आसानी से हो जाती है। कल तक जिन भाई बहनों के साथ बच्चे बचपन में खेला करते थे, आज बड़े होने के बाद वे लोग लुक्का बीवी और शहर बन जाते हैं। कोई कुछ कह नहीं सकता ।


मुस्लिम लड़कियों के सामने सबसे बड़ी समस्या यह पैदा होती है जिसे बचपन से भाई कहा जाता है। अचानक उसे शौहर कैसे कहें। इन सब बदलते रिश्तो में अपने आप को कैसे बदलें  । इतना ही नहीं। घरों में कई सारे अफेयर देखने को मिलते हैं जिसके खवाह में ज्यादातर लड़कियां अपनी जिंदगी जीती है पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के ऊपर पाबंदी बहुत ही आम चीजें हैं । 


क्योंकि इस्लाम धर्म में महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले बहुत ही कम आजादी दी गई है और इस चीज का शिकार अकसर इस्लामिक महिलाएं होती रहती है क्योंकि मर्द उन्हे अपनी सेवा का एक माध्यम मानते हैं । जो उनके घर परिवार बच्चों को संभालती है। बस उसके अलावा पुरुषों के जिंदगी में तो महिलाओं का कोई महत्व ही नहीं है क्योंकि उनके दिमाग में तो यह बात बैठी रहती है। एक जायेगी तो दुसरी आयेगी । 


इसी चक्कर में महिलाएं खोब में बनी रहती है। वह सोचती है कि अगर हम ज्यादा कुछ बोलेंगे तो हमारा घर टूट जाएगा इसलिए महिलाएं अपने मन की बात दबा कर अपने साथ होने वाली नाइंसाफी को चुपचाप सहन करती है। 


इसीलिए अगर किसी को इस मामले में आवाज उठाना है । तो उठा सकते हैं । क्योंकि ये BJP का सरकार हैं । आप लोग आवाज उठा सकते हैं । पुरा हिन्दू समाज आपके साथ है । आज के लिए इतना ही हमारे ब्लॉग के साथ अंत तक बने रहने के लिए आप सभी लोगो को दिल से धन्यवाद ,,,,,,,,,,,,,



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