Monday, January 23, 2023

कौन सा दान महादान होता है?

 

दोस्तो दो चीजों का दान कभी मत करना । दरिद्रता और गरीबी गले पड़ जाती है। जो लोग मेहनत से दूर भागते हैं और दौड़ से दूर भागते रहते हैं। कहा जाता है। ऐसे लोगों से भाग्य दूर हो जाता है और इसे दुर्भाग्य कहा जाता है। आलस्य और दूरदर्शिता के कारण जीवन संकटों से घिर जाता है। 

कौन सा दान महादान होता है?


कई बार मेहनत करने के बाद भी दुर्भाग्य उनका पीछा नहीं छोड़ती है। लेकिन घबराइए मत हमेशा ऐसा नहीं होता है। शिव पुराण में दुर्भाग्य दूर करने के लिए कई अहम जानकारियां दी गई है। आज हम आपको दुर्भाग्य से दूर करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देंगे। आज आप जानेंगे की शिव पुराण में कुछ ऐसी ही बातें का वर्णन किया गया है। अगर कोई व्यक्ति दान करता है तो दुर्भाग्य कितना भी बड़ा क्यों ना समस्या कितनी भी बड़ी क्यों ना हो अवश्य दूर हो जाती है। 


कौन सा दान महादान होता है?

शिव पुराण सभी पुराणों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण वह सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली पुराणों में से एक है । वेदव्यास द्वारा रचित शिव पुराण में भगवान शिव के विभिन्न रूप अवतार और ज्योतिर्लिंगों के महत्व का वर्णन है। इस पुराण में इन्हें पंचदेव में प्रधान अनादि सिद्ध परमेश्वर माना गया है। इसमें शिव महिमा लीला कथा पूजा पद्धतियों के अलावा अनेक समस्याओं के समाधान के उपाय बताए गए हैं। 


इसमें भगवान शिव के भव्यतम व्यक्तित्व का गुणगान किया गया है शिव जो स्वयंभू है । शाश्वत सर्वोच्च  है। विश्व चेतना है और ब्रह्माणी अस्तित्व के आधार है। शिव पुराण के अनुसार शिव को त्याग, तपस्या, वात्सल्य तथा करुणा की मूर्ति बताया गया है। शिवजी को प्रसन्न करना बेहद आसान है। महादेव की पूजा पाठ करने से सभी पाप और कष्ट दूर हो जाते हैं। यह कोई हवाई बात नहीं है। 


महादेव यानी शिवलिंग एक ऐसी चीज है जिसके पास बैठ कर आप अपनी समस्या बोल सकते हैं। इसके लिए सबसे बड़ी चीज आस्था है। शिव पुराण में कई ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है जिनका दान करने से मनुष्य की हर मनोकामना पूरी होती है। दान केवल धर्म की दृष्टि से ही नहीं बल्कि अपने जीवन से सभी प्रकार की कठिनाइयों को दूर करने के लिए भी करना चाहिए ।


इतना ही नहीं दान करने से हम सभी को ग्रहों की पीड़ा से मुक्ति मिलती है। शिव पुराण के अनुसार अलग-अलग समस्याओं को दूर करने के लिए अलग-अलग चीजों का दान करना चाहिए। वही गलत चीजों का दान करने से जीवन में परेशानियां भी बढ़ सकती हैं। इस ग्रंथ में दैनिक जीवन में हो रही समस्या से छुटकारा पाने के कई आसान उपाय बताए गए हैं। 


शिव पुराण में दान से संबंधित कई बातें बताई गई हैं । जिनका समय-समय पर दान करने से व्यक्ति का बुरा समय दूर हो जाता है। आज हम आपको कुछ ऐसी ही वस्तुओं का दान बताने जा रहे हैं जिसके दान करने से आप उन कष्टों से मुक्ति पा लेंगे, जिससे आप काफी समय से जूझ रहे हैं। यह समस्या आपको प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित कर रहा है। दान पुण्य का कार्य प्राचीन समय से भी होता आ रहा है। 


शास्त्रों में जिन लोगों को महादानी कहा जाता है। वह आज भी अपने दान के कारण जाने जाते हैं। आप सभी ने राजा बलि और राजा हरिश्चंद्र की कथा सुनी ही होगी कि वो कितने महादानी थे। वो स्वपन में भी देख कर अपना राज्य दान किया करते थे । दानवीर कर्ण के बारे में कौन नहीं जानता । दान के संबंध में अर्थ वेद में कहा गया है। शास्त्र हस्त समाहार सशस्त्र हस्त संकेत अर्थात सैकड़ों हाथों से धन अर्जित करो और हजारों हाथों से उसे बांटो कहा जाता है कि अपनी कमाई का कुछ हिस्सा किसी जरूरतमंद को दान करने से देवी देवता प्रसन्न होते हैं और हमें पुण्य मिलता है। 


आज के समय में हर कोई पुण्य प्राप्त करना चाहता है। शिव पुराण में 6 ऐसी चीजें बताई है जिन्हें दान करने से किसी का भी कष्ट दूर हो सकता है। चलिए जानते हैं किस चीज का दान करने से कौन सी मनोकामना पूरी हो सकती है। 


नमक दान करने से क्या होता है 

शिव पुराण के अनुसार नमक का दान करने से बुरा समय दूर होता है और घर में सुख समृद्धि आती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नमक को चंद्रमा और शुक्र का प्रतिनिधि माना गया है। नमक का दान सोमवार के दिन करना अति शुभ माना जाता है। नमक दान करते समय आप उसके हाथ में सीधे अपने हाथों से नमक ना दें बल्कि नमक के पैकेट को जमीन पर रखें। 


एक मोटे दाने वाला नमक होता है। जो गोल गोल होता है जिसे साबुत नमक कहते हैं। अगर आप इस नमक को दान करते हैं तो यह सबसे अच्छा माना जाता है। किसी जरूरतमंद को नमक का दान करने से बुरा समय दूर हो जाता है। लेकिन एक बात का ध्यान जरूर रखें कि सूर्य अस्त के बाद अपने घर से किसी को भी नमक नहीं देना चाहिए 


नमक के अंदर इतनी शक्तिशाली ऊर्जा होती है कि आप नमक के माध्यम से किसी को भी अपने वश में कर सकते हैं। इसके लिए तंत्र मंत्र की विद्याओं की जानकारी बहुत जरूरी होती है। नमक भूलकर भी कभी किसी के हाथ में किसी को नहीं देना चाहिए। यदि किसी को दे भी दिया तो तीन बार अमृत बोलना चाहिए ।


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिवार के दिन नमक खरीदना असुभब माना जाता है। शनिवार को नमक खरीदने से घर में कर्ज बढ़ता है। इसके अलावा शनिवार के दिन तेल भी नहीं खरीदना चाहिए। इससे आदमी की उम्र कम हो जाती है। 


गुड दान करने से क्या होता है 

गुड मीठा होता है और रिस्तो को भी मधुर बनाता है। पति-पत्नी के बीच अगर संबंध मधुर नहीं है। और आए दिन क्लेश होता है तो आप महादेव की शरण में जाएं। यह आपकी सभी समस्याओं का समाधान करेंगे। सभी ज्योतिष और पंडित आपको इन्हीं के शरण में जाने के लिए कहेंगे। प्रत्येक सोमवार के दिन शिवलिंग पर गुड़ जरूर अर्पित करें 


ऐसा करने से आपके सभी रिश्ते मजबूत होते हैं। ज्योतिष शास्त्र में गुड़ के दान का बहुत महत्व माना गया है। इसके प्रयोग से आप मानव जीवन से जुड़ी कई समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। गुड़ का दान करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है और इससे आपको हर काम में सफलता मिलती है। सूर्य देव की कृपा से व्यक्ति के मान सम्मान में भी वृद्धि होती है। 


अगर आप जीवन में किसी तरह की समस्या से जूझ रहे हैं तो तांबे के बर्तन में गुड़ का दान हनुमान जी के मंदिर में करें और वहां बैठकर धूप दीप जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा कुछ मंगलवार और शनिवार के दिन करें। इसके बाद जब भी समय मिले अपनी श्रद्धा के अनुसार ऐसा करते रहे। इससे आपके जीवन में हर समस्या का निवारण हो जाएगा। 


शास्त्र में सूर्य देव और मंगल ग्रह को गुड़ का भोग लगाना अत्यंत लाभकारी माना गया है। इससे दोनों ग्रहों का व्यक्ति पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जिन जातकों का सूर्य ग्रह कमजोर होता है उनके लिए यह बहुत असरदार होता है शिव पुराण के अनुशार गुड़ का दान करने से हमें शुद्ध और मनचाहा भोजन प्राप्त होता है। 


तिल कोन सा दिन दान करना चाहिए 

सनातन धर्म के प्रति एक धार्मिक अनुष्ठान में तेल के बिना कोई भी कार्य पूर्ण नहीं होता है। भगवान विष्णु जी को तिल अत्यंत प्रिय है, इसलिए उनकी पूजा में तिल का प्रयोग आवश्यक है। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए तिल का दान किया जाता है। इसके अलावा सूर्य देव और भगवान विष्णु की तिल दान करने से प्रसन्न होते हैं। 


अगर आपका आत्मविश्वास डगमगा रहा है और आप सब कुछ में अच्छे इसके बाद भी जब आप इंटरव्यू में जाते हैं तो आपका आत्मविश्वास डगमगा जाता है और आप बाहर हो जाते हैं। ऐसे में आप सोमवार के दिन सफेद या काले तिल का दान करें। कई लोगों को अपने छोटे से छोटे काम में भी रुकावट ओं का सामना करना पड़ता है। कोई भी काम आसानी से पूरा नहीं होता ।


इससे मानसिक कष्ट होता है। तिल का दान करने से आत्मविश्वास बढ़ता है और मुसीबतों का सामना करने की शक्ति मिलती है और मृत्यु का बह भी दूर हो जाता है। अगर आप लंबे समय से आर्थिक तंगी से परेशान है और चाहकर भी अपने लिए कुछ नहीं कर पा रहे हैं तो काले तिल को काले कपड़े में बांधकर हर शनिवार को किसी गरीब को दान कर दें। ऐसा करने से आप पैसे बचाने लगते हैं और आपका बिजनेस फिर से चलने लगता है। 


गाय की घी दान करने से क्या होता है 

गाय का घी किसी पात्र में रखकर जरूरतमंदों को देने से ही परिवार में शुभ समाचार आते हैं। साथ ही घर के सदस्यों की भी उन्नति होती है। घी का दान करने से शारीरिक दुर्बलता दूर होती है तथा रोगों से मुक्ति मिलती है। अगर आपके घर का कोई बच्चा बीमार रहता है ।


तो उसके हाथ से घी का दान करा देने से वह सभी बीमारियों से ठीक हो जाता है। गाय का दी सुध और पवित्र माना जाता है घी को बहुत शुद्ध और पवित्र इसलिए माना जाता है क्योंकि इसमें औषधीय गुण पाए जाते हैं। पूजा पाठ से लेकर घर की शुद्धि तक में घी का उपयोग किया जाता है। वही हिंदू धर्म में एक ऐसी परंपरा है जो हर घर में प्रयोग की जाती है  । 


और वहां है घी का दीपक जलाना मान्यता है  कि भगवान शिव पर घी अर्पित करने से भी सभी बीमारियों और परेशानियों से मुक्ति मिलती है। सावन में घी का दान करेंगे तो रोगों से मुक्ति मिलेगी। यदि कोई रोग आपको काफी समय से परेशान कर रहा है तो घी का दान विशेष रूप से लाभकारी रहेगा ।


आनाज कोन सा दिन दान करना चाहिए 

अनाज हमारी प्राचीन भारतीय परंपरा के अनुसार इस संसार में यदि कोई सबसे बड़ा दान है तो वह है अन्न दान यह संसार अन्य से ही चलता है और अन्य के सहारे ही उसकी सृष्टि का पालन हो रहा है। भोजन ही एकमात्र ऐसी चीज है जो शरीर के साथ-साथ आत्मा को भी संतुष्ट करता है। इसीलिए कहा जाता है कि यदि आप किसी जरूरतमंद को आप कुछ दान करना चाहते हैं तो अन्य दान करें । 


हिंदू धर्म में भी अनाज के दान का भी बहुत महत्व है। अन्य के दान में महालक्ष्मी और मां अन्नपूर्णा दोनों ही प्रसन्न होती है। माना जाता है कि यदि संकल्प के साथ अनाज का दान किया जाए तो मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। शिव पुराण के अनुसार जो लोग अनाज का दान करते हैं, उनके घर में कभी भी अन्न कि कमी नहीं होती है। 


क्या वस्त्र दान करना चाहिए 

वस्त्र दान करने से आर्थिक स्थिति हमेशा अच्छी बनी रहती है। कपड़े आप वैसे ही दान करें जैसे खुद पहनते हैं। अच्छे मन से नए और स्वच्छ वस्त्र का दान करना लाभकारी होता है। आपके रुके हुए काम बनने लगते हैं। पुराने और फटे हुए वस्त्र का दान ना करें। 


शिव पुराण के अनुसार नए पुराने कपड़ों का दान करने से आपकी उम्र बढ़ती है और आप निरोगी रहते हैं। अब कौन सी चीजें हैं जिनका दान करने से घर की सुख शांति भंग हो जाती है। 


क्या दान नही करना चाहिए 

झाड़ू 

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार झाड़ू को घर से लक्ष्मी को भगाने और घर में देवी लक्ष्मी को लाने वाला माना जाता है। इसीलिए लगभग सभी हिंदू धर्म को मानने वाले लोग धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदते हैं। कहा जाता है कि धन और समृद्धि के लिए झाड़ू को ऐसे स्थान पर रखना चाहिए जहां से गुजरने वाले लोग उसे देख ना सके जहां तक दान की बात है  । 


तो झाड़ू कभी किसी को दान नहीं करना चाहिए। ऐसी प्रचलित मान्यता है कि इससे लक्ष्मी नाराज हो जाती है। अक्सर लोग मंदिर में झाड़ू दान कर देते हैं ताकि उस मंदिर में साफ सफाई की व्यवस्था सही बनी रहे लेकिन ध्यान रखें। इसके बजाय आप मंदिर की देखभाल करने वाले लोगों को झाड़ू खरीदने के लिए पैसे दे दे तो ज्यादा सही रहेगा । 


खराब भोजन 

सभी धर्म में भूखे को भोजन का दान करना सबसे अच्छा माना जाता है। शास्त्रों में कहा गया है कि इस लोक में अन्न दान से बड़ा कोई दान नहीं है। इसके दान से देवता बहुत प्रसन्न होते हैं। लेकिन कुछ लोग दान के रुप में भूखे लोगों के सामने बासी और खराब भोजन रख देते हैं। ऐसे दान करने से पुण्य नहीं बल्कि पाप बढता है। ऐसे लोगों के घर में मां लक्ष्मी ज्यादा समय तक नहीं ठहरती है क्योंकि इसे भूखे व्यक्ति और देवी अन्नपूर्णा का भी अपमान माना जाता है। 


खराब तेल 

तेल ज्योतिष शास्त्र के अनुसार माना जाता है कि तेल का दान करने से शनिदेव के दुष्प्रभावों से मुक्ति मिलती है। लेकिन शनिवार के दिन कभी भी खराब या इस्तेमाल किए हुए तेल का दान नहीं करना चाहिए। ऐसे में तेल का दान करने से आपको इसके दुष्प्रभाव का सामना करना पड़ सकता है।


धार्मिक पुस्तक 

गीता में कहा गया है कि गीता का ज्ञान ऐसे व्यक्ति को मत दो जिसे गीता सुनने की इच्छा ना हो। इसी तरह धर्म में रुचि ना रखने वाले ऐसे लोगों को धार्मिक पुस्तकें दान में नहीं देनी चाहिए। यदि आप किसी नास्तिक व्यक्ति को ऐसी पुस्तकें दान करते हैं तो वह उसे ज्ञान लेने के स्थान पर उसे अपमानित करके कहीं रख देगा। इससे आपके पुणे की जगह पाप में वृद्धि होगी। इसलिए धर्म और उन्नति की कामना करने वाले किसी धार्मिक व्यक्ति को भी धार्मिक ग्रंथ दान करना चाहिए 


सिंदूर का दान 

सस्त्रो के अनुशार माना जाता है की किसी भी विवाहित स्त्री को अपना सिन्दूर दान नही करना चाहिए विवाहित महिला के ऐसा करने से पति का प्यार बढ़ जाता है । आपको बता दूं कि तिरछी मांग निकालकर सिन्दूर लगाना असुब माना जाता है । आज के लिए इतना धन्यवाद,,


आज क्या दान करना चाहिए

आज के दिन दान करने से क्या होता है?

गुरुवार के दिन क्या क्या दान नहीं करना चाहिए?

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