Saturday, December 31, 2022

रावण ने मरते समय लक्ष्मण को कौन कौन सी बातें बताई थी?

 

रावण जैसा राक्षस और महा ज्ञानी इस धरती पर कोई और नहीं हुआ। उसे जितना अपनी भुजाओं पर घमंड था, उतना ही वो अपने ज्ञान पर गर्व करता था कि उस वक्त उसके जैसा ज्ञानी पुरुष कोई और नहीं था। रावण का नाम सुनते ही लोग उसकी बुराइयां बताने लगते हैं। लेकिन रावण को इस ब्रह्मांड का सबसे ज्ञानी पंडित कहा जाता है । 

रावण ने मरते समय लक्ष्मण को कौन कौन सी बातें बताई थी?

रावण शिव जी का बहुत बड़ा भक्त था। कोई दिन ऐसा नहीं जाता था। जिस दिन को शिवजी की आराधना ना करें, लेकिन रावण के एक काम ने उसे हमेशा के लिए बुरा बना दिया। सीता माता का अपहरण करके उन्हें अपनी रानी बनाने के ख्वाब देखने वाला रावण शायद यह भूल गया था। की उस दिन सीता का अपहरण किया है। वह अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र वधू है ।


जिसका खामियाजा उसे अपने प्राण देकर चुकाना पड़ा। लेकिन ज्ञानि पंडित होने की वजह से रावण ने प्रांत त्यागते  समय बहुत सारी अच्छी बात बताई थी जिनमें से उसने महिलाओं की आठ बुराइयों का वर्णन किया था और आज हम आपको उन्हें बुराइयों के बारे में बताएंगे तो चलिए शुरू करते हैं। 


रावण ने मरते समय लक्ष्मण को कौन कौन सी बातें बताई थी?

जब रावण ने माता सीता का अपहरण किया था तब महल में वापस आते ही रावण की पत्नी मंदोदरी ने रावन से कहा कि सीता एक पतिव्रता स्त्री है। आपको इस तरह किसी दूसरे की पत्नी को अपहरण करके नहीं लाना चाहिए था। 


जिस पर रावण ने एक दोहा कहा था नारी स्वभाव सत्य सब कहीं आठ सदा उस रहस्य नृत्य चपलता माया विवेक अवचत आया। दोहे में रावण ने स्त्री की बुराइयों का भ्रमण किया था और जो पहली बुराई द्वारा बताई गई थी, बिजी थी कि स्त्रियां साहसी होते हैं, लेकिन इस साहस का इस्तेमाल स्त्रियां अवगुण के तरह किया है कि उनकी तरह करते हैं। 


कहने का मतलब यह है कि कभी-कभी वह साहसी होने के चक्कर में ऐसा कार्यकर्ता आते हैं जिससे उनके घर और परिवार को पछताना पड़ता है। साहस अगर तो साहस में बदल जाए तो फायदे की जगह है। इसका नुकसान भी उठाना पड़ता है। इसलिए स्त्रियों का साहसी होना एक अवगुण के समान है और यह बात रावण ने इसलिए गए थे क्योंकि मंदोदरी को इस बात का पता चला कि रावण ने श्री राम की धर्मपत्नी सीता जी का हरण कर लिया है तो मंदोदरी बहुत ही ज्यादा घबरा गए थे और डर गए थे ।


 जिसकी वजह से रावण के महल में प्रवेश करते ही मंदोदरी ने रावण से कहा था । आप उस बनवासी राम की पत्नी को वापस कर दो क्योंकि मुझे उस वनवासी से बहुत डर लग रहा है जी  पर राव ने कहा था कि मंदोदरी तुम लंकापति रावण की पत्नी हो और तुम्हारा इस तरह डरना लंकापति रावण के लिए शर्म की बात है और मंदोदरी किस बात से रावण ने औरतों के अंदर के साहस को एक अवगुण की तरह बताया था। 


No.2 दूसरा अवगुण रावन बताया था कि स्त्रियों के अंदर एक अजीब सा डर हमेशा बना रहता है। इसे स्त्रियां निडर और साहसी होते हैं, लेकिन उनमें एक डर की भावना भी होते हैं और स्त्रियां अपने इस भय से बचने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं तो रावण के अनुसार कोमल स्वभाव के होते हैं। इस वजह से वह कभी बिना बजा ही छोटी-छोटी बातों से डर जाते हैं और अपने इस डर से बचने के लिए वह किसी भी हद तक जा सकते हैं। 


स्रिया इस भय से बचने के लिए कभी-कभी वो काम तक करने को तैयार हो जाते हैं। उन्हें जीवन में कभी नहीं करना चाहिए और इस भय से बचने के लिए स्त्रियां कभी-कभी ऐसी मुसीबत में फंस जाते हैं। जहां से निकलना बहुत मुश्किल होता है और बाद में इस चीज का पता। और इन सब की वजह से इन स्त्रियों के साथ-साथ इनके सगे संबंधियों को भी इस चीज का हर्जाना भुगतना पड़ता है ।


No.3 तो अब बात करते हैं। स्त्रियों के तीसरे अब बन के जो कि रावण ने बताया था। रावण ने बताया था की स्त्रियां झूठ बहुत बोलते होते हैं। उनके मुताबिक स्त्रियां झूठ बोले, बिना बिल्कुल भी नहीं रह पाते। यहां तक कि एक झूठ को छुपाने के लिए सो जाओ। फिर बोलना पड़े तो फिर तैयार रहते हैं। फिर बाद में उन्हें कोई संकोच नहीं होता कि वह किस के सामने और किस तरह का झूठ बोल रहे हैं ।


और दोस्तों इस बात को आप सब ने अपनी डेली लाइफ में भी नोटिस किया होगा कि स्त्रियां या लड़कियां बिना मतलब के झूठ बोलते हैं जो कि बहुत गंदी आदत है । दोस्तो इस झूठ की वजह से कभी कभी लोगों की रिश्ते और जिंदगी दोनों बर्बाद हो जाते हैं। अब बात करते हैं ।


No.4 रावण के हिसाब से स्त्रीय बहुत मतलबी होते हैं और अपना मतलब निकल पाने के लिए स्त्रियों के सीधे थ्रो ने किसी को धोखा देना पड़े या फिर किसी को अपने रास्ते से हटाना पड़ा जो फिर उन्हें किसी को झूठे मन से अपनाना पड़ेगा। अपने लालच के चलते कुछ भी कर सकते हैं किसी भी लालच में फस सकती हैं ।


अपने मतलब के लिए किसी को भी फंसा सकते हैं। रावण के मुताबिक  स्त्रियों के बात करने में एकदम से परिवर्तन आ जाए तो उसे खासकर सतर्क रहना चाहिए क्योंकि स्त्रियों के स्वभाव में एकदम से परिवर्तन इस बात का सबूत है कि वह आपसे कोई काम निकलवाना चाहते हैं। आप रावण ने इस बात को तब कहा था जब रावण अपनी जिंदगी के अंतिम पल जी रहा था और उसके पास लक्ष्मण जी खड़े हुए थे। 



No.5 हम सभी जानते हैं कि रावण एक महाज्ञानी था लेकिन एक राक्षसी का भी पुत्र था जिसकी वजह से वह मायावी था और रावण के 10 सर थे । उसके पास मन को पढ़ने की असीम शक्तियां थे और इन सब के बावजूद स्त्रियों के मन को नहीं पढ़ सका । इसीलिए रावण ने पांच अवगुण स्त्री से संबंधित बताया था कि स्त्रियां मन से बहुत चंचल होते हैं। रावण के मुताबिक स्त्रियों के मन में क्या चल रहा है। इस बात को जानता ना किसी भी मनुष्य के बस की बात नहीं है। 


स्त्रियों के मन में जो चल रहा होता है उसे कभी वह बताती भी नहीं है और जब उनसे पूछा जाता है तो उस बात को वह इस तरह घुमा देती हैं कि उसे समझ पाना एक बहुत टेढ़ी खीर हो जाता है। ब्राह्मण के मुताबिक स्त्रियों के स्वभाव में माया की झलक होती है । अपने चंचल स्वभाव से स्त्री केवल आंखों आंखों में किसी का भी मन मोह सकते हैं और उन्हें अपने हिसाब से कठपुतली की तरह कमा सकते हैं।


उम्मीद करता हूं । की रावण के बताए गए जानकारी आपको अच्छा लगा होगा । हमारे ब्लॉग के अंत तक बने रहने के लिए आप सभी लोगो को दिल से धन्यवाद ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

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