दोस्तो भारत के बारे में कहते हैं मेरे देश की धरती उगले हीरे मोती , क्योंकि एक समय ऐसा था जब सारी दुनिया में सबसे ज्यादा धर्म है। अपने भारत के पास ही था । सब कुछ तो दुश्मनों द्वारा लूट लिया गया। मगर आज भी बेहद कीमती धरोहर है जो भारत किसी मिट्टी पर उग रही है। दोस्तों के आपने भारत के लाल सोने का नाम सुना है ।
भारत का लाल सोना कुछ और नहीं बल्कि लाल चंदन है। वही चंदन जिसे दुनिया के सामने Tolliwod की फिल्में पुष्पा लेकर आई है। दोस्तों प्राइम वीडियो पर हाल ही में रिलीज हुई फिल्म पुष्पा भारत की ब्लॉकबस्टर मूवी बन चुकी है। तारीफ में बस इतना कहना पड़ेगा। ऐसा कोई शख्स रहा नहीं जो इस मूवी से अनजान होगा।
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सायद अपने भी इस मूवी को देख लिया होगा। मगर दोस्तों अगर आप नहीं देखे तो आपको बता दे। पुष्पा फ़िल्म लाल चंदन के इर्द-गिर्द घूमती है। इस मूवी को देखने के बाद आप समझ जाएंगे। लाल चंदन को लेकर कितने जद्दोजहद की जाते हैं? लाल चंदन को रक्त चंदन भी कहते है ।
लाल चंदन इतना महंगा क्यों है ? | लाल चंदन की खेती कैसे करें
रक्तचंदन कहने के पीछे वजह यह है कि इस लाल चंदन के चक्कर में आज तक न जाने कितने ही रक्त बह चुके हैं दोस्तो लाल चंदन दुनिया में सिर्फ भारतवर्ष में पाया जाता है। यह दुनिया का सबसे कीमती लकड़ी है। दोस्तो आप अमेज़िंग कीजिए इसकी कीमत क्या हो सकती है?
लाल चंदन की लकड़ी कितने रुपए किलो है
दोस्तो आपने कितने रुपए में अमेजिंग किया है । यह तो हम नही बता सकते मगर आप सभी से लकड़ी के असली कीमत के बारे में सुनोगे तो हैरान हो जाएंगे। दोस्तों लाल चंदन लकड़ी की कीमत 26000 से ₹30000 प्रति किलो है।
एक पेड़ से कम से कम 20 से 25 किलो तक की लकड़ी निकल जाती है। जिसे बेच कर कम से कम पांच से ₹600000 मिल जाते हैं। यानी कि एक लाल चंदन के पेड़ की कीमत ₹600000 है। तो दोस्तो 1 टन लाल चंदन की कीमत ₹20000000 हो जाती है।
अब हैरान होना तो लाजमी है। दोस्तों जो चीज जितनी कम होती है । उसकी कीमत तो नहीं ज्यादा होती है। इसका इतनी कीमत होने की पीछे की वजह सिर्फ यह ही है कि ये बहुत ही कम मात्रा में पाई जाती है।
भारत में लाल चंदन की खेती सबसे ज्यादा कहा होती है ?
लाल चंदन भारत के तमिलनाडु आंध्र प्रदेश में होता है । इसी लाल चंदन के चक्कर में तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के बॉर्डर पर चीन द्वारा कई बार युद्ध की गई और न जाने कितनी जाने रक्त से लथपथ हो गई। चीन जैसे दुनिया भर में अपना दुश्मन घोषित कर दिया।
भारत के पीछे आग से नहीं बल्कि सदियों से घात लगाए। बैठे है । भारत में पाई जाने वाली लाल सोने के बारे में जैसे ही चीन को पता चला उसने ना जाने कितनी साजिशों के द्वारा उसे पाने की कोशिश की । लेकिन आज तक इसे पाने के लिए बेकरार रहता है।
दोस्तो आपके मन में खूब सारे सवाल उठ रहे होंगे कि आखिर इस लाल चंदन में ऐसा क्या है । इसे किस काम के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आखिर क्यों चीन इसके पीछे पड़ा है तो दोस्तों आज आपकी इन सभी सवालों का जवाब हम इस पोस्ट में देंगे।
आज आपको लाल चंदन से जुड़ी हर एक छोटी से छोटी बात पता चल जाएगी ताकि अगली बार जब आप लाल चंदन के बारे में सुनिए तो इसकी पूरी कथा खोल बैठे तो चलिए शुरू करते हैं।
भारत मे लाल चंदन की खेती कहाँ की जाती है ?
दोस्तों जैसे कि मैंने आपको बताया। लाल चंदन भारत के 2 राज्यों आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में उगता है। वहां भी हर जगह नहीं सिर्फ और सिर्फ चार जिलों में प्रचुर मात्रा में होता है । चितोर , कडप्पा , कुरनूल और नेल्लोर में फैले शेषाचलम की पहाड़ी में इस बात से आप इसके साथ होने की वजह समझ सकते हैं ।
चंदन कितने प्रकार के होते है ?
दोस्तो इस पेड़ कि hight 8 से 11 मीटर होती है। पूरे विश्व में चंदन की 16 प्रजातियां हैं। जिसमें संतुलन एल्बम प्रजातियां सबसे सुगंधित और औषधि युक्त मानी गई है। रक्त चंदन का साइंटिफिक नाम डरो प्रोटक सेंट्रल होती है । उसकी लकड़ी लाल होती है।
इसमें सफेद चंदन की तरह कोई खुशबू नहीं होती। दोस्तों लाल चंदन के पेड़ के बारे में सबसे खास बात जो शायद दुनिया में कुछ चीजों को मिली है । वह है इसका वक्त यानी कि उसे उगने में कितना समय लगता है।
लाल चंदन की खेती कितने सालों में होता है ?
इस बात को आप इमेजिन कीजिए और हमें कमेंट बॉक्स में बताइए आप सोच रहे होंगे। इतनी कीमती है तो शायद 5 साल में या 15 साल में उग जाता होगा। मगर दोस्तों आपको बता दे। इसकी खेती करने में पूरे 30 साल का समय लगता है और अगर इसे जैविक खेती का तरीका अपनाकर लगाया जा रहा है ।
लाल चंदन की खेती के लिए कोंन से मिट्टी अच्छा होता है ?
तो शायद 15 साल में इसकी उपजाऊ हो जाता है । रक्त चंदन की खेती सभी तरह की मिट्टी में हो सकती है लेकिन रेतीली मिट्टी चिकनी मिट्टी लाल मिट्टी काली दानेदार मिट्टी में इसके पेड़ अच्छे से बड़े होते हैं। इसकी खेती ऐसी जगह पर नहीं हो सकती है जहां पानी का जमाव होता हो।
लाल चंदन का उपयोग कहाँ किया जाता है ?
इसका मुख्य का उपयोग दवा इत्र, फर्नीचर और सजावट के सामान विशेष प्रकार के म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट आदि को बनाने में किया जाता है। कई लोग प्राकृतिक रंग और शराब बनाने में भी इसका इस्तेमाल करते हैं।
दोस्तों लाल चंदन से कई तरह की दवाइयां बनाई जाती है और उसमें लाल चंदन के पाउडर जैसे स्किन एलर्जी जैसी एक्जिमा सूजन जलन का इलाज हो सकता है । एक्जिमा के मरीज कुछ और खुजली हो और उसमें लाल चंदन के पाउडर को कपूर के साथ पेस्ट बनाकर लगा दिया जाए तो मिनट में उसे ठीक कर देती है ।
और चमत्कार आराम पहुंचाती है और दोस्तों जैसे कि सफेद चंदन का लेप हम सबके चेहरे पर निखार ला सकता है। उसी प्रकार से लाल चंदन का लेप भी हमारे चेहरे की खूबसूरती को बढ़ा देता है। इसके इस्तेमाल से कील मुंहासे ठीक हो जाते हैं इसलिए लाल चंदन और भी ज्यादा डिमांड में रहता है ।
अमीरका के Genral of best cancer Basic and clinic Research के मुताबिक बिहार के वैज्ञानिकों द्वारा रक्त चंदन पर किए गए शोध की तारीफ की गई। वैज्ञानिकों ने रक्त चंदन में मौजूद प्रतिरोधक क्षमता के बारे में नई खोज की है। इसमें स्तन कैंसर की प्रतिरोधक क्षमता की मौजूदगी का पता लगाया गया है।
कहा जाता है। रक्त चंदन को सेवर ओर साख्त मत को मानने वाले अधिक प्रयोग करते हैं। आपको बता दें। दोस्तों पीले चंदन का इस्तेमाल वैष्णव मत वाले लोग करते हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इसकी डिमांड बहुत ही अधिक है और यही वजह एर्स की सुरक्षा खुब ध्यान से की जाती है। ऐसे में सवा दो लाख एक्टर इलाके में फैले शेषाचलम की पहाड़ियों की सुरक्षा काफी अहम होती है।
दोस्तो smoking करना करने की मात्रा कोई छोटी मोटी नहीं। प्रत्येक वर्ष कम से कम 20000 करोड रुपए के लाल चंदन के लीगल सप्लाई करता है। जरा सोचिए दोस्तों क्या घर से लीगली किया जाता तो यह भारतवर्ष का कितना फायदा हो जाता और यही कारण है कि भारत में इसके लिए सजा भी सुनाई गई है।
भारत सरकार के मुताबिक चंदन को बेचने की सजा क्या है ?
कोई भी अगर लाल चंदन की तस्करी करते पकड़ा जाए तो उसे 11 साल की सजा सुनाई जाएगी। लाल चंदन की सबसे ज्यादा तस्करी और कोई नहीं दोस्तों हमारा सबसे करीबी दुश्मन चीन में होता है । दोस्तो आपको तो पता ही होगा। चीन में आयुर्वेदिक method में इलाज करना पसंद करते थे ।
चंदन को कोंन से देश ज्यादा खरीदता है ?
और कुल मिलाकर आयुर्वेद इलाज बहुत ही यूज़फुल भी होता है इसलिए चीन में लाल चंदन की डिमांड बहुत ज्यादा है। सिर्फ चीन ही नही जापान , मंगोलिया में भी लोग लाल चंदन से कई तरह के कई तरह की दबाई बनाते है । जिससे कई तरह के बीमारियों के इलाज होते हैं।
चीन चंदन की लकड़ी को क्या करते है ?
इन दवाइयों की रेसिपी भी तो कोई नहीं जानता। मगर चीन और जापान में लोग इसका इस्तेमाल करना बखूबी जानते हैं। लाल चंदन के पीछे चीजें हाथ धोकर बात 700 साल पहले की है । जब चीन में मिंग राजवंश का काल था। सन 14 से लेकर 17 सेंचुरी तक चीन में मिंग राजवंश रहा ।
जिसमें लाल चंदन की खूब महत्वता रही। राज में लाल चंदन से तरह-तरह का फर्नीचर तैयार किया जाता है। इनको लाल चंदन से बनाएगी सामान का शौक था। इसलिए मिंग वंश के राज में चाइना में लाल चंदन का खूब सप्लाई होता था। दुनिया भर से लाल चंदन मंगवाई जाती थी और उससे नकाशी करके चीज से बनाई जाती थी ।
और उन्हीं चीजों का संग्रह करके म्यूजियम भी तैयार किया गया जो चाइना में मौजूद है और उसका नाम है। Red Sandal Good Musicians यही वजह है । कि में आज तक लाल चंदन से बनी चीजों को इज्जत दी जाती है और लाल चंदन से बनी फर्नीचर और सजावट के सामान को अपने घर में रखना एक सम्मान की बात मानी जाती है।
इसलिए चीन में रईसों के घर में आपको लाल चंदन से बनी चीजें देखने को मिल जाती है।
लाल चंदन को जापान क्या करते है ?
जापान में भी एक समय में लाल चंदन की खुब महत्वा थी । मगर धीरे-धीरे जैसे कि सभी लोग पुरानी परंपराओं को भूलते जा रहे हैं। वैसे जापान में पुरानी परंपरा है जिसमें वहा के पारंपरिक शादियों में बजाए जाने वाली एक म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट श्याम सिंह को लाल चंदन से ही बनाया जाता है।
मगर वक्त के साथ-साथ परंपरा भी खत्म हो गई और लाल चंदन की डिमांड भी मगर चाइना में लाल चंदन आज भी डिमांड में इसके लिए चाइना अच्छी खासी रकम दी जाती है यह वजह कि आज कोई भी अपनी जान की जोखिम में लेकर लाल चंदन की तस्करी के लिए तैयार हो जाता है।
चंदन को चोरी करके कैसे बेच रहे हैं लोग ?
कुछ तस्कर पकड़े जाने के डर से कई बार पाउडर के रूप में भी तस्करी करते हैं दोस्तो भारी मात्रा में तस्करी होने के कारण सवा दो लाख हेक्टेयर में फैली शेषाचलम की पहाड़ियों के कई हिस्सों में पाई जाने वाली इन खाश लकड़ी की तादाद 50% तक कम हो गई है।
चंदन से कितने लोगों की मौत हुई है ?
5 साल पहले 2015 में एनकाउंटर में 20 तस्करों की मौत हुई हो गई थी। इसके साथ बड़ी संख्या में गिरफ्तारियां भी हुई।
चंदन को खरीदने वाला देश का नाम ?
लीगली देखा जाए तो आंध्र प्रदेश के वन विभाग की वेबसाइट के मुताबिक चीन, जापान, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, सिम्त , अरब अमीरात और पश्चिमी देशों के करीब 400 व्यापारी बोली लगाते हैं।
इसमें लगभग 150 चीनी कारोबारी होते हैं और दोस्तो बाकी की चीजें आपको पुष्पा मूवी देखकर समझ में आ जाएंगी। इसके बारे में कुछ भी बता कर हम आपको बॉयलर देना नहीं चाहते हो तो कमेंट सेक्शन में बताना ताकि हम आपका जवाब पढ़ पाए।
तो दोस्तो आज के लिए बस इतना ही अगर आप भी चंदन की खेती को करना चाहते है। तो इसके ऊपर में एक अलग पोस्ट लिखा हूं । जिसका लिंक आपको ऊपर में देखने को मिलता है । तो आप उस link पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं कि आप चंदन की खेती कैसे कर सकते है ।
तो हमारे साथ बने रहने के लिए आप शभी लोगो को दिल से धन्यवाद ,,,,,
लाल चंदन की लकड़ी कितने रुपए किलो है
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