मित्रो यह सब जानते है। कि जो इस पृथ्वी लोक पर आया है, एक ना एक दिन उसकी मृत्यु निश्चित होनी है। लेकिन आपने यह भी देखा होगा। कि कुछ लोगो की मृत्यु अचानक हो जाती है। तो आकिर उनके साथ ऐसा क्यों होता है।
क्यो कोई बच्चा जन्म लेते ही मर जाता है। या फिर किसी व्यक्ति की एक्ससीडेंट से अचानक मृत्यु हो जाती है। क्या ये मृत्यु भगवान की मर्जी से होती है। या हमारे गलती से चलिए जानते है। हम आज के इस पोस्ट के माध्यम से
Bhagwat gita, kisi wakti ki achank mrityu kyo hoti hai, aakal mrityu ka rahsmay
अक्सर आपने देखा होगा। कि कोई बच्चा पैदा होते ही मर जाता है। या कोई 2 साल 4 साल बाद मार जाता है। तो ये कोंन लोग होते है।
दोस्तो ये सब पुण्य आत्माएं होती है। ये आती है। अपना कार्य कर्म पूरा करती है। और वापस चली जाती है।
क्या भगवान किसी को मारता है?
दोस्तो परमेश्वर कभी भी किसी के मृत्यु का कारण नही बनते है। हर व्यक्ति अपने कर्मो के अनुसार ही जन्म लेकर इस पृथ्वी पर आता है। और समय पूरा होने के बाद चला जाता है।
दोस्तो मेरी या आपके उम्र कितने भी है। हम ये नही जानते है। लेकिन में जितने पाप किये होंगें। या पुण्य किये होंगे। वो सबका यहाँ पहला हिसाब किताब करना होगा। ओर जिस दिन मेरे पापा पुण्य 0 हो जाएंगे। उस दिन मेरी मृत्यु हो जाएंगे।
भगवत गीता अकाल मृत्यु का रहस्य
भगवान श्री कृष्ण भागवत गीता में स्वस्त रूप से कहा है। कि तुम अपने जीवन मे जो भी कर्म करो। उसे मुझे सॉफ दो। आगे भगवान श्री कृष्ण अर्जुन से कहते है।
श्री कृष्ण अर्जुन को अकाल मृत्यु के बारे में क्या कहाँ है?
की हैं अर्जुन ये कह दो की में कुछ नही हूँ। मेरा अस्तित्व कुछ नही है। में 0 हूं। और तुम जो कर रहे हो। बस वही सब कुछ हो रहा है। पलक चपक रही है। आपकी मर्जी से मेरी वाणी चल रही है। तो बस आपकी मर्जी से चल रही है।
यहाँ जितना सब कुछ हो रहा है। वे सिर्फ आपके मर्जी से ही हो रहा है। इसलिए हम सभी को भगवान के चरणों मे अपने दुःख दर्द को सम्पन्न कर देना चाहिए।
परमेश्वर पर दोष नहीं लगाना चाहिए। आप कहते है। किसी का अचानक एक्ससीडेंट हो जाता है। ओर उसकी मृत्यु हो जाती है। तो ये भगवान की मर्जी से होती है।
जी नही भगवान कभी किसी के मृत्यु का कारण अपने सिर पर नही लेते है। हर व्यक्ति अपने एक निश्चित उम्र लेकर पैदा होता है। और समय पूरा होने पर उसके मृत्यु को प्रप्त हो जाता है।
तो मित्रो किसी के मृत्यु आ तो भगवान की मर्जी से होती है। या कही आपके गलती से जिसको जितना समय मिलता है। वे उतने समय तक ही जीवित रहता है। समय पूरा होने पर आपकी मृत्यु हो जाती है।
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तो दोस्तो आज के लिए इतना ही अब हम चलते है। फिर मिलेंगे नई पोस्ट के साथ तब तक हमारे blogg के अंत तक बने रहने के लिए आप सभी लोगो का दिल से धन्यवाद,,
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