Sunday, October 23, 2022

पृथ्वी के नीचे क्या है?


Friends, आज के इस पोस्ट में जानेगे की पृथ्वी के नीचे क्या है। तो दोस्तो मेरे पोस्ट के अंत तक बने रहे। और ध्यान से पढ़े अच्छे से पढ़े। इस पोस्ट को क्योकि आज आपको ये जानने को मिलेगा की पृथ्वी के नीचे क्या है। 

पृथ्वी के नीचे क्या है?



पृथ्वी के नीचे क्या है? 

दोस्तो एक ऐसा प्रशन जो कि कभी - ना कभी आपके दिमाग मे जरूर आया होगा की आखिर हमारी पृथ्वी अंतरिक्ष मे किस पर टिकी हुई है। ऐसे कोंन से शक्ति है। जिस वजह से पृथ्वी अंतरिक्ष मे तिकी हुई है।


क्या वाकई में पृथ्वी के नीचे कुछ भी नही है। तो चलिए दोस्तो आज के इस पोस्ट में आपके सवाल का तलाशते है। इस पोस्ट में हम धार्मिक बातो का सवाल नही करेंगे। और नाही हम धार्मिक बातो को मानते है। 


पृथ्वी के नीचे क्या है? 

नमस्कार दोस्तो में हूं आपका दोस्त Prayag verma आप पढ़ रहे है। पृथ्वी के नीचे क्या है।   दोस्तो पृथ्वी और सौरमंडल के नीचे कुछ नही है। केवल नीचे दूर - दूर तक फैला हुआ अंतरिक्ष है। पृथ्वी किसी भी चीज पर टिकी हुई नही है। 


बल्कि अंतरिक्ष मे बाकी सभी ग्रहो के तरह सूर्य के गुरुत्वाकर्षण के ताकत के वजह से घूम रही है। सूर्य में गुरुत्वाकर्षण के सत इतनी अधिक है। कि वे सभी ग्रहो को अपने इर्द्रह रखने में सभी का समर्थ है

 

लेकिन दोस्तो पृथ्वी सूर्य के गरुत्वाकर्षन के वजह से अंतरिक्ष मे रुकी हुई है। तो अगर मन लो सूर्य नही होता । तो क्या पृथ्वी गिर जाती । इस सवाल का जबाब आप नही जानते होंगे। जी बिल्कुल नही जानते होंगे


क्योकि दोस्तो हमारी पृथ्वी का आधार केवल सूर्य ही नही बल्कि since के अनुसार अंतरिक्ष मे कोई भी वस्तु एक जगह नही है। अंतरिक्ष मे सब चीज घूमती ही रहती है। और अगर वो मौसम में है। तो मौसम में ही रहेगी और अगर गति शील है। तो वे गतिशील ही रहेगी


जब तक उस पर extarnal force ना लगे यानी कि आसान सबध में कहा जाए तो जब तक कोई बाहरी बल ना लगे। तब तक वे उसी गति में रहेगी जिस estiti में है।


अब आपके दिमाग मे ये भी ख्याल आया रहा है। कि अगर पृथ्वी सूर्य के गरुत्वाकर्षन के शक्ति से बनी हुई है। तो पृथ्वी सूर्य के गरुत्वाकर्षन के अंदर क्यो नही समा जाती है। इस सवाल बड़ा महत्वपूर्ण सवाल है। 


दोस्तो पृथ्वी सूर्य के गरुत्वाकर्षन के वजह से उसके अन्दर इस लिए नही समा जाती है। क्योंकि पृथ्वी खुद की भी एक गति है। और इसी गति के वजह से पृथ्वी सूर्य के अंदर नही जाती है। 


सूर्य का गरुत्वाकर्षन ओर पृथ्वी की गति एक ऐसे जगह पर इस्थिर है। जहाँ पृथ्वी का घिरना एक चक्र बन जाता है। जिसको हम वैज्ञानिक भाषा मे forbit कहते है। 


दोस्तो गरुत्वाकर्षन ओर अन्य ग्रहो के orbit के घूमने के इस नियम को नियुतन ने इस टॉप की गोली का उदहारण से इस बात को समझने के कोशिश किया है। 


माण लीजिये हम पृथ्वी के सतह पर खड़े है। पर एक thof सी गोली को तेजी से फेकता है । तो कुछ ही दूरी तय करने के बाद वो गोला पृथ्वी के गरुत्वाकर्षन के वजह से जमीन पर आ गिरेगा। ये गोला दागने के बाद उसी जगह पर इस लिए नही गिरता है। क्योंकि एक खुद की एक गति है।


जो उस गोले को कुछ दूर ले जाती है। अगर मां लीजिये की हम गोले को कई गुना तेजी से फेकते है। तो वे पहले ही तुलना में काफी आगे जाएगा । लेकिन अगर गोले को इतना तेजी से दागा जाए कि वो धरती के सतह से बाहर हो जाये। तो वो धरती के गरुत्वाकर्षन के छेत्र में ही रहेगा।


लेकिन गिरने के बाद उसे धरती की गोलाई के वजह से उसे धरती पर गिरने के लिए जगह नही मिलती है। तो वो लगातार घूमता ही रहेगा और पृथ्वी के सतह को भी नही छुपायेगा ओर धरती का चक्र लगता ही रहेगा। ऐसी को हम orbit कहते है। 


ऐसी निमय पर हमारी Starlight काम करते है। और हमारी धरती भी इसी नियम पर सूर्य का चक्र लगाती है। धरती सूर्य के तरफ गिरती ही रहती है। मगर पृथ्वी के गति से उनका गिरना convert हो जाता है। 


निश्चित

तो दोस्तो उम्मीद करता हूं। कि ये पोस्ट आपको काफी ज्यादा पसंद आया होगा क्योंकि जो हम आपको पृथ्वी के अनादर क्या है। इसके बारे में जो बताये है। 


तो दोस्तो आपके मन मे कोई भी सवाल हो तो comment box में पूछ सकते है। हम आपके हर सवालो का जबाब देने के लिए हम हमेशा तैयार है। तो आज के लिए इतना ही हम चलते है। 

No comments:
Write comment