Thursday, October 5, 2023

bacche ko sanskari kaise banaen

 

बच्चों के सामने माता-पिता भूलकर भी ना करें यह पांच काम नहीं तो जीवन भर पछताना पड़ेगा। आचार्य चाणक्य के संदेश में अद्भुत जीवन मूल्य है। उनकी संदेश भी जीवन के लिए मार्गदर्शन है। इसी तरह आचार्य चाणक्य ने माता-पिता को कुछ संकेत दिए हैं तो आइए जानते हैं कि माता-पिता को बच्चों के सामने क्या काम नहीं करना चाहिए ।

bacche ko sanskari kaise banaen

bacche ko sanskari kaise banaen

No.1  चाणक्य कहते हैं कि बच्चों को समझाने के लिए प्यार के अलावा कई बार सख्त रूप भी अपनाना चाहिए । 


No.2 जैसा बोएंगे वैसा काटेंगे। यह कहावत यहां चरितार्थ होती है। माता-पिता का आचरण बच्चे की दिशा और दशा तय करता है। मां बाप को कभी बच्चों के सामने अपशब्द नहीं बोलना चाहिए। उनके सामने एक दूसरे को नीचा दिखाने का प्रयास न करें। वरना भविष्य में वह कभी आपका मान सम्मान नहीं करेगा


No.3 संतान की पहली पाठशाला उसका घर ही होता है। इसलिए घर का माहौल सदैव ठीक रखना चाहिए। जिस घर में आए दिन बच्चों के सामने वाद-विवाद गलत आचरण किया जाता है तो उनकी मानसिक स्थिति पर नकारात्मक असर पड़ता है । और वो ऐसा ही सीखता है । 


No.4 माता-पिता बच्चों के सामने झूठ और दिखावा कभी ना करें। ऐसा करने पर आप उन्हें अपने झूठ में शामिल करेंगे । वो उन की नजर में आपकी छवि भी खराब होगी और आगे चलकर वह भी ऐसा ही व्यवहार करेगा । 


No.5 माता-पिता की सलाह और उचित देखभाल ही संतान को योग्य बनाने में बड़ी भूमिका निभाती है। बच्चों के मामले में माता-पिता को लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। बचपन से ही उन्हें अच्छी बातें सिखाएं और कोशिश करे डाटने की बजाय प्यार से बच्चा समझ जाए


तो मित्रों आप समझ गए होगे कि बच्चों को संस्कारी कैसे बनाया जा सकता है । आपके मन में कोई विचार हैं तो कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताएं । इसे ही इंटरेस्टिंग इंफॉर्मेशन जानकारी प्राप्त करना पसंद करते है । तो आप हमारे ब्लॉग के पर विजिट करें । आज के लिए इतना ही हमारे ब्लॉग के साथ अंत तक बने रहने के लिए आप सभी लोगो को दिल से धन्यवाद ,,,,,,

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