मित्रों जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हिंदू धर्म में शादी के बंधन को एक पवित्र रिश्ता माना जाता है। इतना ही नहीं सनातन धर्म में सदैव केवल एक ही पुरूष एक ही स्त्री के बात कही गयी है।
अतार्थ पुरुष के जीवन में एक ही महिला और महिला के जीवन में सदैव एक ही पुरुष होना चाहिए । लेकिन अगर हम आपसे कहे कि वैदिक परंपरा के अनुसार ऐसा बिल्कुल भी नही है। तो आपको ये जानकर कैसा लगेगा ।
आपको यह जानकर हैरानी होगी । की वेदिक परम्परा के अनुसार हर महिला के 4 पति होते हैं। ओर एक पुरुष के साथ स्त्री जो अपना पूरा जीवन व्यतीत करती है। असल में वह उसका चौथा पति होता है तो बाकी के तीन पति के बारे में जानने के लिए बने रहिए। पोस्ट के अंत तक तो चलिए पोस्ट को शुरू करते हैं।
स्त्री के कितने पति होते हैं? | क्या पति-पत्नी का पिछले जन्म का रिश्ता होता है
मित्रों हिंदू धर्म व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु तक 16 कर्म बताये गए हैं। जिन्हें 16 संस्कारों के नाम से भी जाना जाता है । किंतु विवाह संस्कार की बात करें तो कहा जाता है।
जीवन में विवाह सिर्फ एक बार होता है और सिर्फ एक ही इंसान से किया जाता है। लेकिन इसके अलावा हिंदू विवाह में 7 अंक का बहुत महत्व है।
महिला 4 पति बना सकती है ?
मित्रों हम आपको बता दें कि वैदिक परंपरा में एक नियम है जिसके अनुसार स्त्री अपनी इच्छा से चार लोगों को अपना पति बना सकती है और आपने कई पौराणिक कथाओं में देखा होगा।
वेदिक पुराण के अनुसार महिला को 4 पति होता है ?
की एक महिला ने कई कई वर्षों से विवाह किया। अब आप सोच रहे होंगे कि वैदिक परंपरा में महिला के 4 पत्ती होने का नियम है तो फिर वह तीन पति कौन है जिसके साथ स्त्री परवाह करती हैं और हमें इसकी जानकारी क्यों नहीं है तो चलिए सबसे पहले स्त्रियों के इन 4 पक्षियों के बारे में जान लेते हैं।
मित्रों विवाह के समय होने वाले रीति-रिवाजों में सबसे पहले कन्या का अधिकार चंद्रमा को सौंपा जाता है।
इसके बाद विश्व पशु नाम से गंधर्व को और फिर कन्या का अग्निदेव के साथ विवाह संपन्न किया जाता है।
अब आपके मन में सवाल उठ रहे होंगे कि अगर ऐसा है तो हमें इसकी जानकारी क्यों नहीं है।
दरअसल मित्रों विवाह के दौरान पंडित जी जिन्न मंत्र का उच्चारण करते हैं। वह संस्कृति में होता है। और हम में से अधिकतर लोगों को संस्कृत समझ में नहीं आती।
दूसरा कारण यह है कि आजकल चट मंगनी और पट ब्याह वाली कहावत अधिकतर शादियों में देखने को मिलती है ।
आज कल लोग सदियों में सजावट से लेकर अन्य कामों पर काफी खर्चा करते हैं। लेकिन पंडित जी द्वारा बताए जाने वाले विधि विधान में काफी जल्दी करती हैं और उन्हें दान देने में भी संकोच करते हैं।
यहाँ तक कि विभाग में ऐसे पंडितों को जीने संस्कारों और धर्म का ज्ञान तक नहीं है। ऐसे में विवाह पहले की तरह यानी सभी रस्मो से नहीं हो रहे हैं। सायद यही वजह है कि पंडित अब इन इंतजार पतियों के बारे में सबको नहीं बताते है।
तो दोस्तो उम्मीद है। कि आप महिला के 4 पति के बारे में जान गए होंगे । और आप ये भी जान गए होंगे । कि आप कितने नंबर का पति है। तो दोस्तो क्या आपके मन मे कोई सवाल है। तो comment box में जरूर बताये ।
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