Monday, April 18, 2022

कोरोना कब तक खत्म होगा | कोरोना कब तक जायेगी

  

दोस्तो रामचरितमानस हिंदू धर्म का एक ऐसा ग्रंथ है जो भगवान श्रीराम के जीवन पर आधारित है, परंतु गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस में बहुत सी ऐसी बातों का वर्णन किया गया है। जो आज की वर्तमान स्थिति को दर्शाता है। 


चारों तरफ फैली कोरोना जैसी महामारी के काल यदि हमारे वेदों और पुराणों में कुछ ऐसे समाधान मिल जाए जो हमारी वर्तमान स्थिति को बेहतर कर सकें। तो इससे ज्यादा सौभाग्य ओर क्या होगा। 


आज की पोस्ट में जानते हैं। रामचरितमानस के उत्तरकांड में वर्णित कोरोनावायरस जैसी महामारी के समाधान की कथा ।


कोरोना कब तक खत्म होगा | कोरोना कब तक जायेगी

रामचरितमानस के उत्तरकांड में वर्णन किया गया है कि जब पक्षीराज गरुड़ काक घोसुंडी जी के पास है गए तो उन्होंने उसे एक प्रश्न पूछा। 


हे काक भुसुण्डि आप तो सर्वाग  हैं कृपया कर मेरी एक प्रश्न का उत्तर दीजिए। इस प्रकार भोसन्दी जी बोले, हे तात पूछिए आप का वह कौन सा प्रश्न है जो परेशान कर रहा है। 


फिर पक्षीराज गरुड़ बोलिए काक भुसुंडि मैं आपसे मानस रोग के बारे में जानना चाहता हूं। इस प्रकार भुसुंडि जी ने बड़ी विनम्रता से उत्तर दिया हे तात चलिए मैं आपको मानस रोग के बारे में संक्षेप में बताता हूं और कथा आरंभ करते हुए पहले तो उन्होंने मनुष्य के तन के बारे में बताया । 


रामचरितमानस के अनुसार मनुष्य के शरीर का बीमारी क्या है ? 

हे मनुष्य की तरह से सर्वोच्च नहीं। तत्पश्चात संत की व्याख्या करते हुए बोले संत अपना पूरा जीवन दूसरे के कल्याण में लगा देते हैं और कष्ट सहते हैं। फिर उन्होंने पक्षीराज गरुड़ को मनुष्य के जीवन का एक सत बताया । 


हे गरुड़ जीवन में दरिद्रता के समान कोई दुख नहीं है और संतों की मिलन के समान जगत में कोई सुख नहीं तत्पश्चात का घोसुंडी जी ने कथा को आगे बढ़ाते हुए बताया जो अभिमानी जीव देवताओं और वेदों की निंदा करते हैं, 


उनका नर्क में जाना निश्चित है। संतों की निंदा में लगे हुए लोग उल्लू की भाती है। जिनके लिए मोह रूपी रात्रि प्रिय होती है और ज्ञान रूपी सूरह जिन्न के लिए अस्त हो चुका होता है। 


काक घोसुंडी आगे बताते हैं कि कलयुग में मनुष्य पाप आचरण करने वाला जो जाएगा। 


सब के निंदा जे जड़ करही । ते चमगादड़ होई अवतरहीं । सुनहु तात अब मानस रोगा । जिन्हें ते दुख पावहि सब लोग । 


अर्थात काक भुसुण्डि जी कहते हैं। हे तात जो मूर्ख मनुष्य सभी की निंदा करते हैं। वह अपने अगले जन्म में चमगादड़ के रूप में जन्म लेते हैं। 


इसके साथ ही दोस्तो अब आपको अधिक जानकारी के लिए आपको नीचे दिए वीडियो को देखे तो दोस्तो उम्मीद करता हूँ कि ये जानकारी आपको अच्छा ही लगा होगा । 


आपके मन मे जो सवाल है comment box में बताना ओर जानाकरी के लिए हमारे ब्लॉग पर आए । तो आज के लिए इतना ही अब हम चलते हैं फिर मिलेंगे नई जानकारी के साथ तब तक हमारे ब्लॉग के अंत तक बने रहने के लिए आप सभी लोगो को दिल से धन्यवाद ,,,,,,,,



कोरोनावयर्स कब तक खत्म हो जाएगा । कोरोना वायस कब जाएगी बताये । कोरोना कब मरेगा । 

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