Saturday, November 5, 2022

पेट्रोल इतना महंगा क्यो होता है?

 दोस्तो एक बार फिर से स्वागत है। आपका technical prithvi में दोस्तों इस समय भारत में पेट्रोल लगभग ₹84 प्रति लीटर की दर से चल रहा है। हालांकि कुछ शहरों में इसके दाम ज्यादा भी हो सकते हैं। और कुछ मैं कम भी लेकिन औसतन धाम इतना ही है। अब सवाल यह आता है। कि 

पेट्रोल इतना महंगा क्यो होता है?

क्यों पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ते रहते हैं।पेट्रोल का दाम एक बार बढ़ जाती है। तो कम नहीं होते हैं। इनके दाम को सेट करने वाला कौन होता है। और इन सब चीजों के पीछे का इसलिए खेल क्या है। दोस्तों पेट्रोल से जुड़ी रोमांचक बातों को जानने के लिए मेरे यानी अपने दोस्त prayag kumar के साथ पोस्ट के अंत तक बने रहिएगा हम आपको कुछ ऐसी बातें बताएंगे जो आपके दिमाग को पूरी तरह से हिला कर रख देंगे।


चलिये पोस्ट शुरू करते हैं। लेकिन हां पोस्ट शुरू करने से पहले एक छोटी सी रिक्वेस्ट है।पोस्ट के नीचे रेड कलर का सब्सक्राइब बटन दिख रहा होगा उस पर क्लिक करके सब्सक्राइब करें ताकि आपको पोस्ट मिले सबसे पहले


पेट्रोल महँगा स्टोरी 

कहते हैं ना कि हाथी पालना बहादुरी नहीं है। उसे खिलाना बहादुरी है। और ठीक ही चीज गाड़ियों के साथ भी लागू होती है। कि हम एक बार पैसा खर्च करके दुपहिया व चार पहिया वाहन खरीद लेते है।लेकिन पेट्रोल भरवाना काफी बड़ी समस्या हो जाती है।


 जिस हिसाब से पेट्रोल के दाम बढ़ रहा है। उसे देखकर तो कहने में कोई बुराई नहीं है। आने वाले समय में गाड़ी छोड़कर घूमना शुरू कर देंगे हां वह बात रोल के बढ़ते दामों अमीर लोगो को कोई प्रभय नही पड़ता है।


पेट्रोल और डीजल का दाम लगातार क्यो बढ़ता जा रहा है।

गरीब लोगो जो पहले से ही हाल घूम रहे हैं। उनको देना काफी मुश्किल हो जाता है। यहां सवाल आता है। कि आखिर दाम बढ़ते क्यों है। और किस तरह की सारी चीजें किस साइड होती है।  तो सबसे पहले हम आपको बता दें कि यह जो पेट्रोल और डीजल है। वह हमारे देश में नहीं बनता है।


बल्कि हमें दूसरे देशों से क्रूड ऑयल इंपोर्ट करवाना पड़ता है। तो यह जुगनू डायल है। कि बैरल में आता है। एक बैरल में 159 लीटर क्रूड ऑयल मौजूद होता है। इंटरनेशनल मार्केट में इस समय 1 बैरल क्रूड ऑयल की कीमत करीब $45 चल रही है। $1 लगभग ₹75 का है। यह बात तो हम सभी जानते हैं।


तो आप अनुमान लगा लो कि यह जो क्रूड ऑयल है। वह तकरीबन ₹5 प्रति लीटर की दर से मिलता है। के बाद क्रूड ऑयल रिफाइंड किया जाता है। और उसमें सेव पेट्रोल अलग निकाला जाता है। व्हाट इज द माल निकाला जाता है। अभी ₹22 का तेल रिफाइन करने के बाद ₹30 का हो जाता है।


पेट्रोल पम्प वाले को पेट्रोल कितने में मिलता है।

यानी कि पेट्रोल पूरे 30 रूपीस का है। आप सोचेंगे कि पेट्रोल जब ₹30 का है। तो यह अब तक लगभग ₹84 प्रति लीटर की दर से क्यों मिलता है। पूरा माजरा क्या है। जितना भी आप एक्स्ट्रा पैसा देते हैं। यह सब टैक्स के रूप में देते हैं। सेंट्रल गवर्नमेंट इसमें शशांक बटोर लेती है।तरह-तरह की स्पीड गवर्नमेंट अपने हिसाब से पेट्रोल और डीजल में टैक्स लगाती है।यही वजह है।कि


क्या हर एक state में पेट्रोल का दाम अलग - अलग होता है।

आप सोच रहे होंगे कि चलो हमारा पैसा टैक्स में जाता है। एक्सप्लेन आशीर्वाद से रुड़की बनती है। पर अब हम यहां पर आपको सरकार का असली खेल बताते हैं। क्योंकि दोस्तों यह जो क्रूड ऑयल है। ना मजार 12 13 में $118 प्रति बैरल की दर से मिलता था फिर धीरे-धीरे इसकी प्राइस बहुत कम होने लगी।।


पेट्रोल का दाम इतना ज्यादा क्यो है।

लेकिन जब इंटरनेशनल मार्केट में स्कूल वालों के प्राइवेट रहे थे हमारे भारत की सरकार ने टैक्स बढ़ाने शुरू कर दी है। इन्होंने पेट्रोल के दाम कम करने की बजाय टैक्स बढ़ाने शुरू कर दिए ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सके अब एक बार इस चीज में टैक्स लगता है। तो टैक्स तो कम नहीं हो सकता


ओर यही वजह है।कि लगातार पेट्रोल के दाम बढ़ते है। डीजल के दाम कम तब तो सरकार ने टैक्स बढ़ाकर मुनाफा कमाने की सूची तो सरकार अपनी मुनाफा कम नही करवाना चाहती है।


सरकार की तरह से नुकसान नहीं करवाना चाहती है। अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें भला सरकार का किस तरह का नुकसान व्यापारी के तौर पर पेश करें कोई चीज आप ₹2 में खरीद कर ₹10 में बेच रहे हैं। उससे आपको ₹8 का मुनाफा हो रहा है।


खरीदने वाली चीज 5 में किधर से मिलने लगे तो आप ज्यादा से ज्यादा दूर पर बड़ा कर सकते हैं। जिसका क्लियर मतलब यही है। कि आप को नुकसान होना है। और यही सरकार के साथ भी होती है। की वजह से अपना नुकसान बचाने के लिए जनता को लगातार घाटे में डाल दिया जाता है। और पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ते जा रहे हैं।


अब आप माने या ना माने लेकिन हमारे देश में महंगाई बढ़ने का एक बड़ा कारण होता है। कुछ चीजें तो कम लागत में आ जाती है। लेकिन उसमें लगने वाले टैक्स से सरकार को भारी मुनाफा होता है। इसी वजह से सरकार अपनी मर्जी से टैक्स लगाती है। अब आपको भले ही चीज सुनने में बड़ा अजीब लगे लेकिन आम मरुधर के मसलों में गुम हो जाते हैं। और सरकार से असली सवाल करना भूल ही जाते हैं।


जहाँतक की सरकार से सवाल करने का दायित्व संभालने वाली मीडिया भी बॉलीवुड और फालतू की डिबेट करवा कर अपने टीआरपी बढ़ाने के चक्कर में लगे रहने के लिए उसे कोई मतलब नहीं है।कि जनता किस तरह की परिस्थितियों से गुजर रही है। क्योंकि उनके पास तो पैसा आ रहा है। और उन्हें पेट्रोल का दाम बढ़ने से भी कोई फर्क नहीं पड़ता है।


यानी कि 3 शब्दों में कहा जाए तो उसको जितनी भी चीजों के दाम बढ़ रहे हैं। उन सब के पीछे कालाची की ही है। उसकी लागत तो महंगी लगी रही है। लेकिन अहम भूमिका निभाता पर इन सब चीजों में एक बात सबसे ज्यादा सोचने वाली है। कितनी भारी आबादी वाले देश में जब हर चीज पर टैक्स लगता है। तो लोग हर तरह की टैक्स लगने वाली चीजें खरीद रहे हैं।


मुनाफा से मिलने वाला पैसा खर्चा कह रहा है। यह सवाल अपने आप में बहुत बड़ा है। हम पर्टिकुलर इस समय की सरकार को गुनहगार नहीं कह रहे हमारी पूरी पॉलिटिक्स फायदे पर चलती है। अब इसके बारे में आपका क्या ख्याल है। हमें कमेंट करके बताइएगा और इसी तरह की दिमाग को हिला देने वाली पोस्ट को लगातार देखने के लिए हमारे website technical prithvi को लाइक शेयर सब्सक्राइब जरूर करे।


तो दोस्तो हम चलते है।फिर मिलेंगे नई पोस्ट के साथ तब तक के लिए जय हिंद जय भारत

   

No comments:
Write comment