Wednesday, October 14, 2020

तेंदुए ओर गाय की कहानी?Tendua or cow ki full story

 दोस्तो तो एक बार फिर से स्वागत है आपका technical prithvi में ले बोर्ड रिजल्ट दिखाओ मैच नाइंथ की कहानी आपके होश उड़ा देगी क्योंकि वह कहते हैं ना कि घोड़ा घास से दोस्ती कर ले तो खाएगा क्या क्योंकि बिल्कुल सही भी है ठीक उसी तरह जब बात तेंदुए की आती है।

तेंदुए ओर गाय की कहानी

दोस्तो तेंदुए शिकारी जानवर है और कई सारे जानवरों को खाने का शौक रखता है इसमें गाय भी शामिल है अगर हम आपसे यह कहे कि मादा तेंदुआ हर रोज एक गाय से मिलने आती थी।तो क्या आप बिस्वास करोगे नही लेकिम  या सच हैअब यह सवाल आता है कि अब ऐसा क्या था उस गाय में जो सब कुछ छोड़ कर उसके पास भागी चली आती थी।

Swap SIM kya or es se kaise bache

चलिए आज की पोस्ट में  आपका दोस्त तो prayag kumar आपको बताने वाला हूं इसलिए कहानी को पूरी तरह से जानने के लिए पोस्ट को अंत तक जरूर देखना शुरु करते हैं लेकिन पोस्ट शुरू करने से पहले एक छोटी सी रिक्वेस्ट है पोस्ट के नीचे लाल कलर का सब्सक्राइब बटन दिख रहा होगा उस पर क्लिक करके सब्सक्राइब करें लें ताकि आपको पोस्ट मिले सबसे पहले

फिर हम काम की बात करें तो दुनिया की सबसे सीधे जानवर इन्हीं को माना जाता है इसी वजह से वह तो गाय की तरह सीधा है यह तकिया कलाम भी उन लोगों के लिए बड़ा फेमस है जो हमेशा दूसरों की बात मानते हैं बिना किसी गलत काम के अपनी जिंदगी जीते हैं लेकिन वहीं दूसरी तरफ अगर हम तेंदुए की बात करें तो वह शिकारी जानवर होता है।

जो किसी भी तरह से सिर्फ और सिर्फ अपने भोजन के बारे में सोचता है जो गाय जैसे तमाम जानवरों का शिकार करके अपना पेट भरता है अब इन दोनों की इसमें कोई गलती भी नहीं है क्योंकि प्रकृति ने इन्हीं इसी तरह तो बना है लेकिन कई बार हमें कुछ ऐसी चीजें देखने को मिल जाती है जो प्रकृति के नियमों को भुला देती है। पटवारी स्टोरी पूरी तरह से इस बात का सबूत देगी। 

गुजरात राज्य के गांव में इसी तरह की बेहद हैरान करने वाली घटना देखने को मिली साल 2000 में उस गांव में एक मादा तेंदुआ गांव के लोगों को काफी परेशान कर रही थी तो वहां पर मौजूद कई सारे पशु पक्षियों की हत्या करके गन्ने के खेतों में जाकर छुप जाए करती थी

 जिस वजह से गांव वाले लोग काफी ज्यादा परेशान हो गए थे हालांकि शुरुआत में इसने गांव में बहुत कम शिकार किया लेकिन धीरे-धीरे इसके शिकार की संख्या बढ़ती चली गई और कई सारे जानवरों को मौत के घाट उतारने लगी तो गुजरात में तो तेंदुए की कोई कमी नहीं है।ऐसी वजह से वहां के लोगों को इतनी ज्यादा तेंदुए से डर नहीं लगता लेकिन इसका आतंक कुछ ज्यादा ही बढ़ गया था।

 जिस कारण लोगों को यह डर सताने लगा कि कहीं मादा तेंदुआ इस इंसान को ना मार दे इसलिए उन्होंने इस तेंदुए की शिकायत वन विभाग को किया शिकायत मिलने के कुछ ही दिनों के अंदर वन विभाग के अफसरों ने इस मादा तेंदुए को रंगे हाथों शिकार करते हुए पकड़ लिया 

और गांव से दूर एक जंगल में छोड़ दिया ताकि दोबारा उस गांव के लोगों को परेशान ना कर पाए इस कारण काफी समय तक इस तेंदुए का आतंक गांव से हट गया था और गांव वाले चैन की सांस ले रहे थे तभी तकरीबन 1 महीने बाद अचानक से गांव में 3:00 बजे को देखा गया इस वजह से वन विभाग के लोगों को वापस बुलाया गया और वह तुरंत उस तेंदुए को पकड़ने के लिए वहां पहुंच गए

जिसके बाद उन्होंने इस तेंदुए को ढूंढने में अपनी टीम लगा दी और इसी दौरान उन्हें पता चला कि तेंदुआ कोई बड़ा तेंदुआ नहीं बल्कि जिस मादा तेंदुए को उन्होंने पकड़ कर जंगल में छोड़ा था उसी का बच्चा है इससे जुड़ी कहानी जब गांव वालों ने उन्हें सुनाई तो वह पूरी तरह से हैरान रह गए क्योंकि गांव की सरहद पर एक शख्स अपनी कई सारी गायों के साथ रहता था और उस व्यक्ति ने सब को यह बताया कि किस तरह एक छोटा तेंदुआ हर रात उसकी गाय से मिलने आता था

शुरू में तो गांव के किसी भी व्यक्ति को यह समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर इतनी तेंदुए और रात इस गाय के पास क्यों आता था जहां सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात तो यह थी कि गाय उस दिन तेंदुए से बिना डरे उसे अपने छोटे बच्चे की तरह अपने में सिमटा कर बैठ जाती थी और जब यह सभी चीजें वन विभाग के लोगों को पता चली तो उन्होंने इस पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं किया

Hacker kon sa SIM use karte hai or Hacker se kaise bachhe

उन्हें लगा कि गांव वाले कोई मनगढ़ंत कहानी बता रहे हैं कुछ ही दिनों बाद उन्हें खुद अपनी आंखों से इस गाय और तेंदुए की दोस्ती को देखने का मौका मिल गया जा उन्होंने इस मामले पर वार किया तो पता चला कि गाय के पास आने वाली यह कम उम्र की मादा तेंदुआ थी जो हर रात को अंधेरा होने के बाद इस गाय के पास आती है और चुपचाप इसके पास बैठ जाती हालांकि तेंदुए को देखकर बाकी जानवर उससे दूर भाग जाते थे

लेकिन वह गाय वहीं पर बैठी रहती मानो कब से 3:00 बजे का इंतजार ही कर रही हो ठीक वैसे ही जैसे कोई मां अपने बच्चे का इंतजार करती है दोस्तों इस गाय का व्यवहार 3 दिन के प्रति बिल्कुल मां की तरह था जहां उसके सर को अपने बच्चे की तरह चाट नहीं लगती गांव वालों का तो यहां तक कहना है कि यह गाय इस तेंदुए को अपना दूध भी पिलाती थी उसे और भी ज्यादा आश्चर्य वाली बात है लेकिन का रिश्ता दोस्ती से कहीं ज्यादा मां और बच्चे का रिश्ता था जो की बहुत ही मजबूत भी था हालांकि गांव वालों को गाय और तेंदुए की इस रिश्ते से कोई परेशानी नहीं थी

लेकिन उन्हें डर था कि कहीं इसकी वजह से किसी इंसान को कोई चोट ना पहुंच जाए इस वजह से उन्होंने यह सोचा कि किसी भी इसकी मां की तरह ही जंगल में छोड़ दिया जाए और इसी काम के लिए उन्होंने नशे वाली गोली से लेकर जाल लगाने तक की सारी कोशिश कर डाली मादा तेंदुआ उनके हाथ में लगी और तभी गांव में पालतू जानवरों की मौत की वारदातें भी बढ़ने लगी जिस वजह से लोग और ज्यादा मेहनत करके इस तेंदुए को ढूंढना चाह रहे थे।

फरवरी 2003 में मादा तेंदुआ एक बार और इस गाय से मिलने आई जहां इस बार वह पूरी रात उसी के पास लेटी रही थी आखिरी बार था जब लोगों ने तेंदुए को देखा था उसके बाद ही तेंदुआ यहां पर कभी भी दिखाई नहीं दिया इसके साथ क्या हुआ था कि यह उस रात के बाद देखा ही नहीं अपने आप में एक सवाल बनकर रह गया लेकिन कई सारे लोगों का कहना था कि उसके बाद भी यह मादा तेंदुआ यहां पर आई थी पर किसी के पास इस बात का कोई सबूत नहीं है खैर जो भी हो लेकिन एक दिन हुए और एक गाय के बीच का रिश्ता वाकई में काफी अनोखा था

जिसे सुनने वाला पूरी तरह से हैरान हो जाएगा बाकी आपका इस कहानी पर क्या कहना है हमें कमेंट करके बताइए ना और ऐसे इंटरेस्टिंग पोस्ट को लगातार देखने के लिए हमारे वेबसाइट technical prithvi को  सब्सक्राइब कर देना हम फिर मिलेंगे नई पोस्ट के साथ तब तक के लिए जय हिंद जय भारत

No comments:
Write comment