Sunday, October 18, 2020

क्या आप भी सोसल मीडिया के गुलाम है!Sosial media ke nukshan or fayade

 दोस्तो तो एक बार फिर से स्वागत है आपका Technical prithvi में ऑफ सोशल मीडिया इंस्टाग्राम फेसबुक व्हाट्सएप टि्वटर दोस्तों आपका दिन तो इन्हीं सब चीजों में दौड़ता होगा और रहैगा क्यों नहीं यह चीज आपको इतनी अट्रैक्टिव लगती है।

क्या आप भी सोसल मीडिया के गुलाम है!Sosial media ke nukshan or fayade

जहां आप घर पर लड़ाई होने की वजह से यह महसूस कर सकते हैं कि कहीं कोई आपको नहीं समझता लेकिन आप कभी भी यह नहीं कह सकते कि आपका सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आप को नहीं समझता क्योंकि वह आपके सामने आपके मनपसंद की चीजें पेश करता है ऐसे में अगर हम ए कहे कि अगर आप सोशल मीडिया को नहीं बल्कि सोशल मीडिया आपको चला रहा है। 


तो हम कहीं से भी गलत नहीं होंगे इसी चीज का सबूत हम आज आपको इस पोस्ट में देने वाले हैं इसलिए दोस्तों मेरे याहीं अपने दोस्त prayag kumar के साथ इस पोस्ट के बिल्कुल अंत तक बने रहना क्योंकि आज हम आपके सामने सोशल मीडिया को स्वच्छ रखने वाले जिसे शायद ही आप कभी देख पाए हो की पोस्ट को शुरू करते हैं लेकिन पोस्ट शुरू करने से पहले छोटी सी रिक्वेस्ट है पोस्ट के नीचे लाल कलर का सब्सक्राइब बटन दिख रहा होगा उस पर क्लिक करके सब्सक्राइब कर ले ताकि आपको पोस्ट मिले सबसे पहले


Fecebook कियु बनाया गया है।

 पहले हम आपको यह कहना चाहते हैं कि आज हम जो भी चीज बता रहे हैं उनमें से एक भी चीज मनगढ़ंत नहीं है बल्कि जितने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आप चलाते हैं उन सभी कंपनियों के मार्केट में अपना नाम बनाने से पहले जो लोगों ने कंपनी के साथ जुड़े हुए थे उनका साफ तौर पर यह कहना है कि जो चीजें सोच कर फेसबुक और ट्विटर जैसे प्लेटफार्म को लोगों के सामने प्रस्तुत किया गया था वह आज बिल्कुल ही उल्टे तरीके से काम कर रहा है। क्योंकि पहले के समय में जब फेसबुक को तैयार किया गया तो उसका सिर्फ और सिर्फ एक ही मकसद था


 कि वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को एक दूसरे से जोड़ सकें जिसके लिए उन्हें कोई पैसे नहीं देने होते थे और सिर्फ और सिर्फ इंटरनेट कनेक्शन ही उन्हें दुनिया के किसी भी कोने में बैठे दूसरे फेसबुक यूजर के साथ जोड़ने के लिए काफी था और आज इसी तरह के कई सारे एप्लीकेशन और वेबसाइट हमारे सामने मौजूद हैं जिनकी मदद से हम दुनिया के किसी भी कोने में बैठे इंसान से जुड़ सकते हैं।


क्या अपने सोचा है।कि अपने से दूर कर रहा है।सोसल मीडिया

 पर क्या कभी आप लोगों ने सोचा है कि सोशल मीडिया की दुनिया ने आपको दुनिया भर से नाता तो जोड़ दिया, लेकिन अपने ही लोगों से कितना दूर बना दिया सर हम उस टॉपिक पर बिल्कुल नहीं जाएंगे कि किस तरह आजकल लोग अपने घर वालों से बात करने का समय नहीं निकाल पा रहे क्योंकि उनका अधिकतर समय सोशल मीडिया जैसे चीजों पर ही बीतता है, लेकिन आज हम आपको जरूर बताएंगे 


सोसल मीडिया पर लोग दिनभर कियु रहते है!ओर सोसल मीडिया को आपके बारे पूरा पता होता है?

क्यों आप दिनभर सोशल मीडिया में लगे रहते हैं उसके लिए सबसे पहले तो आपको यह समझना होगा कि जो भी चीज है आप अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कर रहे हैं वह कर भले ही आप रहे हो लेकिन आप से करवाने वाला कोई और है और यह कोई और सिर्फ और सिर्फ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी कि कंप्यूटर जो पूरी तरह से समझ चुका है कि आप किस तरह के इंसान हैं आप क्या खाते हैं क्या पहनते हैं या तक कि आपके बैंक अकाउंट में कितना पैसा है कि सारी चीजें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर को मालूम है फिर वह आपके सामने उसी तरह की चीजें पेश करता है ताकि आप ज्यादा से ज्यादा उस वेबसाइट एप्लीकेशन में बिजी रहे इसके उदाहरण के तौर पर हम आपको बताना चाहेंगे


 कि अगर किसी दुकानदार को आपको हमेशा हमेशा के लिए अपने ग्राहक बनाना है तो वह आपके लिए वही चीजें सबसे बेहतर बना कर देगा आपको पसंद है ताकि आप बार-बार उसकी दुकान में जाए पर अपनी मनपसंद चीजें खाएं एक प्रकार का नशा है जो दुकानदार आपको देता है! करके आप अपने मन की संतुष्टि कर लेते हैं और खुश हो जाते हैं अगर साइकोलॉजिकल भाषा में इस चीज को हम आप को समझाएं।


साइकोलॉजिकल भाषा में आपलोगो को समझाए तो हमारे दिमाग मे डूबा नाम के हॉर्मोन रहता है।

 तो दोस्तों हमारे दिमाग में डूबा में नाम का हार्मोन होता है जो तब रिलीज होता है जब हम खुश होते हैं यानी कि अगर आप रोज सुबह उठकर चाय पीने के आती है तो 1 दिन अगर आपको चाहे ना मिले तो उस दिन आपका डॉबरमेन रिलीज नहीं होगा वजह से आपको कोई जल्दी बेचैन जैसी चीजें लगेंगे यह सब कुछ दिमाग अगर आप चाहे तो अपने आप से बच सकते हैं।


सोसल मीडिया से दूर कैसे रहे

 क्योंकि यह सभी चीजें आपको ज्यादा से ज्यादा सोशल मीडिया से कनेक्ट रहने पर मजबूर करेंगे लेकिन आपको उसमें समय बिताना है या नहीं कि आप पर निर्भर करता है अगर हम साफ-सुथरे तौर पर कहे तो आप मान लीजिए कि आप अपना फेसबुक पेज खोलकर बैठे हैं! तो आप उसमें वही चीजें देखकर अपना समय बिताएंगे जो आपको अच्छी लगती हैं आप और जब आप जिस चीज को ज्यादा समय तक देखेंगे उसी तौर पर आप किस तरह के इंसान हैं


आप किस तरह के इंसान है।सोसल मीडिया को सब आपके बारे में सब पता है

 यह पता किया जा सकता है अगर आप ज्यादा शायरी पढ़ने वाले इंसान है तो अगली बार से आपकी पेज मैं आपको सिर्फ और सिर्फ शायरियां ही दिखाई देंगे जिससे आप ज्यादा से ज्यादा शायरियां फेसबुक पर पड़े और जितना हो सके उतना वक्त फेसबुक पर बताएं क्योंकि इसमें फेसबुक का फायदा है और इसीलिए आपके दिमाग को पूरी तरह से स्कैन किया जाता है और सिर्फ आपके ही नहीं बल्कि दुनिया में जितने भी लोग फेसबुक इंस्टाग्राम टि्वटर और जैसी चीजें इस्तेमाल करते हैं उन सभी की एक-एक गतिविधि पर नजर रखी जाती है।


 और उनकी नब्ज पकड़ी जाती है क्यों नहीं क्या चीज अच्छी लगती है और क्या नहीं ताकि अगली बार से उनकी मनपसंद चीज उनके सामने पेश कर दी जाए और उसे देखकर उनके दिमाग में जो मैंने खोज कर दे अब आप समझ गए होंगे ना! कि यह सभी चीजें दिमाग हो में जाता है, सोसल मीडिया से बचा कैसे जाएं!


सोसल मीडिया से कैसे बचें

 तो दोस्तों सोसल मीडिया से बचने का सिर्फ और सिर्फ एक ही तरीका है कि आप खुद को ज्यादा से ज्यादा इन सब चीजों से दूर रखें अब यहां हम यह नहीं कह रहे कि आप सोशल मीडिया को पूरी तरह से त्याग दें बस इतना कह रहे हैं कि जब ऐसा महसूस हो कि आप किसी चीज के नशा हो गए हैं१ यानी कि आपको चीज की लत लग गई है, तो आप तुरंत उस चीज को छोड़ दीजिए 


फिर चाहे वह किसी भी तरह का कांटेक्ट क्यों ना हो और आप उसके कितने भी बड़े दीवाने क्यों ना हो क्योंकि अगर आप अपने आप को किसी चीज की लत लगाने से बचा लेंगे तो यह सोशल मीडिया का जंजाल आपको कभी भी अपने लपेटे में नहीं ले जाएगा और ना ही आपके दिमाग के साथ खेल पाएगा इसलिए दोस्तों अपने दिमाग को हर चीज में लगाइए जो आपको आगे बढ़ने में मदद करें की कुछ चीज में जॉब का समय बर्बाद करें बाकी समय सिर्फ आपका है।


 और हमने समय के ऊपर भी अपनी वीडियो बनाई है जिससे आपको जरूर देखना चाहिए लिंक हम नीचे में दे देंगे बाकी ऐसे ही इंटरेस्टिंग पोस्ट को लगातार देखने के लिए अभी हमारे technical prithvi वेबसाइट को सब्सक्राइब करे,ओर हा फिर मिलते है।नई पोस्ट के साथ तब तक के लिए जय हिंद जय भारत

No comments:
Write comment