क्या भारत दुनिया पर कर सकता है कब्जा
दोस्तो एक बार फिर से स्वागत है आपका technical prithvi में इंडिया बिकम ए न्यू से आत्मनिर्भर बनने तक हर एक मुद्दे को हमने अब तक पहुंचाया है। लेकिन आज हम आपको एक अलग तस्वीर दिखाने वाले हैं। वह तस्वीर जिसमें हमारा देश भारत है।
दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के रूप में खड़ा होगा हमें पता है इस तस्वीर को बनाना बड़ा मुश्किल है लेकिन ना मुमकिन तो नहीं है ना और अगर नामुमकिन भी है तो कोई बात नहीं क्योंकि हमारी आज की इस पोस्ट को देखने के बाद आपको हर नामुमकिन चीज मुमकिन लगने लगेगी पोस्ट में आज मैं या नहीं आपका दोस्त प्रयाग वर्मा आपको बताने वाला हूं कि वह कौन सी समस्याएं हैं जो देश को विकसित करने से रोक रही है और क्या-क्या चीजें हैं जिन पर काम करके हमारे देश का पूरा नक्शा बदल सकता है
लास्ट में हम आपको एक ऐसी समस्या के बारे में बताने वाले हैं जो पूरी दुनिया में छुपी हुई है चीन की भाषा भारत के कोई एक समस्या तभी नाव पर नही चलती है।तो चलिए पोस्ट को शुरू करते हैं। लेकिन पोस्ट शुरू करने से पहले छोटी सी रिक्वेस्ट है पोस्ट के नीचे लाल कर्लर सब्सक्राइब बटन दिख रहा होगा उस पर क्लिक करके सब्सक्राइब करें पर लें ताकि आपको पोस्ट मिले सबसे पहले दोस्तों हमारा देश भारत दुनिया की दूसरी सबसे पापुलेटेड कंट्री है लेकिन हमारे देश की पापुलेशन ग्रोथ चाइना से कहीं जाता है।
जब और इकोनॉमी तो टॉप टेन में आती ही आती है लेकिन हमारे मिलिट्री बजट भी पूरी दुनिया में टॉप टेन मिलिट्री बजट में से एक है ऐसे नहीं फिर भी दुनिया में डेवलप्ड कंट्री के तौर पर नहीं बल्कि डेवलपिंग कंट्री के तौर पर देखती है हालांकि मोदी जी का हमेशा से यही कहना है कि वह देश जो भारत से ज्यादा गरीब थे आज और तरक्की पर तरक्की किए जा रहे हैं और भारत अभी भी वहीं बैठा हुआ है और इन परिस्थितियों में अगर हमें इन देशों से आगे निकलना है तो हमें चलना दौड़ने की जरूरत नहीं है बल्कि यहां जरूरत है उड़ने की तो उसके लिए एक चीज समझ नहीं होगी और इसी वजह से हमारे देश की सबसे गंभीर समस्याओं पर सबसे पहले बात करते हैं जहां पर तब से वह नंबर है ब्यूरोक्रेसी का काम है बताएं शब्द बड़ा अटपटा लग रहा होगा शब्द बड़ा अटपटा लग रहा होगा लेकिन इसका सिर्फ और सिर्फ मतलब है
कि हमारे देश में किसी भी काम को करने की बहुत ही जटिल व्यवस्था मौजूद है उदाहरण के तौर पर हम आपको बता दें अगर किसी को अपना पासपोर्ट बनवाना है तो सैकड़ों बार पासपोर्ट ऑफिस के चक्कर लगाने पड़ते हैं और सर पासपोर्ट ही क्यों अगर आपको अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना है तो उसके लिए भी आपको कई बार आरटीओ ऑफिस के चक्कर लगाने पड़ते हैं ऐसे में आप खुद ही सोचिए इस तरह के व्यवस्था में भला इंसान खुद का बिजनेस करने के बारे में भला कैसे सोच सकता है और इसी वजह से ही हमारे देश के अधिकतर लोग है सरकारी नौकरी पर निर्भर है क्योंकि उन्हें पता है कि अगर कुछ हम नया करने चलेंगे तो यहां की सरकार हजार तरह की फॉर्मेलिटी निभाने में 6 महीने लगा देती है और प्ले में इंसान क्या से क्या कर जाता है
आप इस पर आप माने या ना माने लेकिन जिस देश में इंसान सेल्फ डिपेंडेंट होकर कुछ नया करने के बारे में नहीं सोचेगा तब तक देश के हालात ऐसे ही बने रहेंगे यानी कि इस वक्त जरूरत है ज्यादा से ज्यादा लोगों को व्यापार के क्षेत्र में आगे बढ़ने की सरकारी नौकरियों की जाएगा सर वैकेंसी के लिए 500000 लोगों को उसकी तैयारी करनी है चाहे नौकरी राष्ट्रीय लेवल के अधिकारी की चुनाव या फिर एक छोटे से सरकारी स्कूल के चपरासी की बाकी इस विषय में हमारे देश के हालात आप बहुत अच्छे से जानते हो अगर हम हमारे देश की दूसरी समस्या की बात करें तो दोस्तों वह है यहां लगने वाली भारी भरकम नियमों की जी हां यहां पर इतने ज्यादा नियम कानून लागू होते हैं कि इंसान विदेशों में अपना सामान भेजना तो दूर की बात है एक राज्य से दूसरे राज्य एक इंसान विदेशों में अपना सामान भेजना तो दूर की बात है एक राज्य से दूसरे राज्य तक ट्रांसपोर्टेशन इतना ज्यादा मुश्किल हो जाता है
कि लोग अपने स्टेट में ज्यादा टीम सामना होने के चक्कर में व्यापार करते हैं जिस वजह से उनके व्यापार में ना तो वृद्धि होती है ना ही बाकी राज्यों को इसका फायदा मिल पाता है यानी कि आप फौरन ट्रेन तो उतना अच्छा है नहीं लेकिन डोमेस्टिक ट्रेन ने भी लोगों की बैंड बजा रखी है और इसी वजह से हमारे देश की कई सारी चीजें एक राज्य में तो पूरी तरह से प्राप्त होती है लेकिन दूसरे राज्यों तक पहुंचाने में काफी समय लग जाता है जिसकी वजह से वह खराब हो जाती है 12000 हम इसे आसान भाषा में बताएं तो यह ठीक उसी तरह जिस तरह शादियों में खाने बचकर बर्बाद हो जाते हैं लेकिन उन लोगों तक नहीं पहुंच पाते जिनको इनकी जरूरत है और हमारे देश का ट्रेडिंग सिस्टम तू तो हमें नहीं लगता कि अब आपको तीसरी समस्या बताई जाए क्योंकि हर कोई जानता है कि हमारे देश में करप्शन कूट कूट कर भरा पड़ा है
ऊपर से लेकर नीचे तक हर इंसान को घूस लेने की आदत पड़ गई है ऐसे में लोगों की भलाई के लिए जितने भी पैसे सरकार देती है उसे घूसखोर नेताओं से लेकर अधिकारियों तक हर कोई अपना अपना हिस्सा समझ कर अपनी जेब में बढ़ता रहता है और कोई भी देश के विकास के बारे में नहीं सोचता और यही हमारे देश की सबसे बड़ी दिक्कत है जहां पर हर किसी को अपने बारे में सोचना है और जब तक नहीं हटे गा तब तक देश का कुछ नहीं हो सकता आपको देश के बारे में बताने जा रहे हैं वह आपको नहीं मिलेगी लेकिन यह काम कर लिया ऊपर उठ जाएगा रुपए समस्या कुछ और नहीं बल्कि हमारे भारत का सोच है
जहां हम सालों से चले आ रहे हैं हमारे रीति रिवाजों को अलग तरीके से लेकर लोगों को गलत चीज बताने में लगे हुए महिलाओं के अधिकार हो या फिर समाज को चार लोग जो किसी को भी अपने मन की करने से रोकते हैं हमें पता है आपको बातें थोड़ी कन्फ्यूजन लग रही होगी लेकिन यहां पर सबसे पहले हम इस बात से पर्दा उठाना चाहते हैं कि हमारे देश में जेंडर इक्वलिटी के नाम पर लोग अभी भी महिलाओं को पुरुषों से कम ही समझते हैं और ऐसे पुरुषों का हाल नहीं है बल्कि चीज में महिलाएं भी बराबर की भागीदारी रखती है जाओ अपने आप को कभी ऊपर नहीं उठाना चाहती इसी वजह से तो देश से लड़ने के लिए तमाम लड़ाई में भगत सिंह से लेकर महात्मा गांधी का नाम आता है लेकिन कहीं भी कोई झांसी की रानी का उदाहरण लेकर नहीं आना चाहता और जब तक इस सोच को नहीं बदला जाएगा यानी कि लोग महिलाओं को लेकर अपनी जजमेंटल माइंडसेट को नहीं बदलेंगे तब तक चीजें सही नहीं होगी इस विषय से जुड़ी दूसरी समस्या यह है
कि हमारे देश में लोग अधिकतर दूसरों के बारे में सोचते हैं कि हमें ऐसे देख कर सामने वाला क्या कहेगा इसी वजह से तो मौका भी आगे बढ़ने का ख्याल ही अपने दिमाग में नहीं लाते पर दोस्तों आप ही सोचिए अगर महान लोग दुनिया के बारे में सोचते हैं वह कभी आगे नहीं बढ़ पाते फिर चाहे वह स्टीव जॉब्स हो या फिर हमारे खिलाड़ी कुमार यानी अक्षय कुमार कितने सारे उदाहरण हम आपको दे सकते हैं मैंने अपनी जिंदगी में कई सारे संघर्ष किए और आज इस मुकाम पर है जहां पर पहुंचने के बारे में हम सिर्फ सूची पाते हैं इसलिए देश का हर एक व्यक्ति बहुत जरूरी है और जब तक आप खुद का विकास नहीं करोगे देश का विकास हो नहीं पाएगा तो दोस्तों यह भी हमारे देश की कुछ गंभीर समस्याएं जिन पर अगर काम नहीं किया गया तो वाकई में पीछे रह जाएंगे लेकिन अगर हम लोगों ने इस पर काम कर लिया तो वह दिन दूर नहीं घर की और आज इस मुकाम पर है
जहां पर पहुंचने के बारे में हम सिर्फ सूची पाते हैं इसलिए देश का हर एक व्यक्ति बहुत जरूरी है और जब तक आप खुद का विकास नहीं करोगे देश का विकास हो नहीं पाएगा तो दोस्तों यह थी हमारे देश की कुछ गंभीर समस्याएं जनपद अगर काम नहीं किया गया तो वाकई में हम पीछे रह जाएंगे लेकिन अगर हम लोगों ने इस पर काम कर लिया नहीं करोगे देश का विकास हो नहीं पाएगा
तो दोस्तों हमारे देश की कुछ गंभीर समस्याएं जिन पर अगर काम नहीं किया गया तो वक्त एवं पीछे रह जाएंगे लेकिन अगर हम लोगों ने इस पर काम कर लिया तो वह दिन दूर नहीं जब अमेरिका उचाना जैसे देश भारत के आगे कुछ नहीं होंगे बाकी आपका इस विषय में क्या कह रहा मैं कमेंट करके बताइए ऐसे इंटरेस्टिंग पोस्ट को लगातार देखने के लिए हमारे पोस्ट को लाइक कर देना
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