Thursday, September 24, 2020

कोरोना हो जाने पर अस्पतालों मत जाना वरना लूट जाआगे

कोरोना हो जाने पर अस्पतालों में लूट

 दोस्तो तो एक बार फिर से स्वागत है। आपका Technical prithvi website में आज के इस पोस्ट में पढ़िए की कोरोनवर्स के नाम पर डॉक्टर कितने पैसे लूट रहे है।

 आखिर डॉक्टर कोरोनावायरस कैसे लाखों रुपए का चूना लगा रहे हैं। आपको मालूम होगा अगर कोई कोरोनावायरस पेशेंट होता है। तो प्राइवेट हॉस्पिटल में 11 से 1200000 लाख का चुनाव पल भर में लग जाता है। तो आज से लगभग 6 महीने पहले कोरोनावायरस के नतीजे में कायदे से दस्तक दी थी।

 तो उस समय डॉक्टर स्वयं भगवान मानकर चल रहे थे। कि कैसे भी करके अब इन्हीं पर हमारी जिंदगी टिकी हुई है।

कोमा में जाने के बाद क्या होता है


 लेकिन आज की इस पोस्ट को देखने के बाद अगर आप डॉक्टर को भगवान मानते हैं। तो यकीन मानिए आपका भगवान पर विश्वास नहीं रहेगा क्योंकि बेशक हमारे देश में कोरोनावायरस बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन इसके पीछे की असली सच्चाई क्या है। वह आज मैंने आपका दोस्त प्रयाग वर्मा अपनी इस पोस्ट में आपको बताने जा रहा हूं। जिसमें आप जानेगे कि किस तरह अस्पताल वाले खुलेआम लूट मचाए हुए हैं। और आम जनता पागल हो रही है। चलिए शुरू करते हैं।लेकिन पोस्ट को पढ़ने से पहले आपलोगो से विनती है।कि मेरे technical prithvi website को subscribe जरूर करे ताकि आपको पोस्ट मिले सबसे पहले 


जब आप बाकी देशों से अपने देश में बढ़ते कोरोनावायरस की देखेंगे तो हम सबसे आगे चल रहे हैं। लेकिन वहीं दूसरी तरफ आप रिकवरी रेट देखेंगे तो उसमें भी हम सबसे आगे चल रहा है। हमारे देश में बढ़-चढ़कर रिकवरी हो रही है। हमारे चेहरे पर रहा पर्दा जाती है। लेकिन सतर्क हो जाइए क्योंकि कुछ लोगों के रिकॉर्ड टूट रहे हैं। जिसे देख कर दिल शहंशाह जाता है। और इसी के चलते हम सभी को सर्दी जुकाम होता है। तो हम डॉक्टर के पास पहुंच जाते हैं। ताकि एक अच्छे नागरिक होने के नाते हम अपना कोरोनावायरस टेस्ट करवाएं और दूसरों को भी मौत के जंजाल से बचा पाए पर जब आप अपना कोरोनावायरस चेकअप करवाने निकलते हैं। तो आप का रिजल्ट पॉजिटिव आता है।


 जिसकी वजह से आपको तुरंत भर्ती कर दिया जाता है। और जब 2 दिन बाद आपका दोबारा टेस्ट होता है। तो आपको ही बोल दिया जाता है। कि आप ठीक हो गए हो साथी साथ आपके हाथ में एक लाख का खर्चा भी थमा दिया जाता है। पर आपसे बोला जाता है। कि जब तक आप आएंगे नहीं आपको डिस्चार्ज नहीं किया जाएगा तुम्हें पता है। इस तरह की स्थिति में किसी का भी दिल बैठ जाएगा क्योंकि एक तो करो ना से पीड़ित होने के साथ में मैं अभी निकला नहीं है तभी अचानक से उसके सामने एक लाख का बिल आ गया पर दोस्तो बार कीजिएगा यहां पर न जाने कितने मरीज को कौन से संजीवनी बूटी पिला दी गई थी कि वह 2 दिन में ठीक हो गए वह भी कोरोनावायरस से जिसमें तो इंसान को कम से कम 15 दिनों के लिए वारंट होना पड़ता है। लेकिन यहां तो चमत्कार हो रहा है। और इन चमत्कारों के बदले आप से लाखों रुपए लिए जा रहे हैं। इस तरह की कहानी सुनने के बाद हमें पूरा यकीन है। कि आप समझ गए होंगे कि जितने भी बढ़ते कोरोनावायरस के कई सारे कैसे हैं।

कोरोना वार्स हुआ ही नही डॉक्टर आपको लूटने लगे

 इंसानों को कोरोनावायरस हुआ ही नहीं है। अस्पताल वाले खुलेआम लूट करने के लिए किसी को भी कोरोनावायरस शंकत में तो बना रहे हैं। और हम आपको बिल्कुल भी हवा में नहीं कह रहे बल्कि ऐसे कई सारे अस्पतालों में कई सारे मामले सामने आए जहां पर ही देखा गया कि लोगों से कोरोनावायरस के नाम पर लूट हो रही है।


News में बता रहे थे

 सबसे पहले हम आपको जागरण में छपी खबर के अनुसार लखनऊ के मामले में जा लखनऊ के गौरव को हल्का फुल्का सर्दी जुकाम था ऐसे में वह अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हो गया और तुरंत अपना कोरोनावायरस का चेकअप करवाने अस्पताल जा पहुंचा और जैसे ही उन्होंने अपना टेस्ट करवाया उन्हें पता चला वह कोरोनावायरस पॉजिटिव और जैसे ही उन्होंने अपना टेस्ट करवाया उन्हें पता चला वह कोरोनावायरस पॉजिटिव है उन्हें बताया गया कि निजी अस्पतालों के रेट अलग-अलग है जिसमें उनसे 10,000 से लेकर 20000 प्रतिदिन चार किया जाएगा जिसमें आईसीयू का खर्चा भी शामिल होगा ऐसे में उन्होंने सोचा चलो ठीक है पैसे जाएंगे तो जाएंगे लेकिन जान तो बच जाएगी सरकारी अस्पतालों के हालात तो हमसे भी देख रहे हैं।


 इसलिए उन्होंने भी लखनऊ के मायो हॉस्पिटल में एडमिट होने का फैसला किया और 2 दिन तक आइसोलेशन में रखने के बाद वह पूरी तरह से ठीक हो गया जल्दी आ गया तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गया था जिसकी वजह से कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था लेकिन उन्होंने लेकिन उन्होंने जैसे तैसे खुल चुका है और घर पहुंचते ही सबसे पहले इसकी लिखित शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर की क्योंकि समझ गए थे कि मुझे शादी हुई है अगर हम छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर के मामले के बारे में बताएं तो दोस्तों यहां पर एक मरीज को कोरोनावायरस का संदेश अस्पताल में भर्ती करवाया गया और अस्पताल में भर्ती कराने के बाद उसे आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया लेकिन जब दो दिन बाद मरीज के रिश्तेदारों को बिल थमाया गया तो 10 15 का नहीं बल्कि 50000 का था 


जिसमें 2 दिन का दवाई और टेस्ट वगैरह के चार्ज भी गए लेकिन अब आप खुद ही सोचिए कि लूटपाट को दो दिन रखने के लिए 50,000 देने पड़ जाए यह तो दोस्तों कुछ भी नहीं है। बल्कि ऐसे कई सारे मामले कई बार सामने आए जहां पर मरीजों को ही बोल दिया जाता है कि तुम्हें कोरोनावायरस हो गया और तुम्हें जल्द से जल्द भर्ती होना पड़ेगा मरीज भर्ती हो जाता है ताकि उसके परिवार वालों को पूछना हो लेकिन दो दिन बाद ही न जाने से कौन सा जादू मंत्र करके ठीक कर दिया गया और उसके हाथ में थमा दिया जाता है हजारों लाखों का बिल चुकाने में उस बेचारी की हालत खराब हो जाती है अब आप खुद ही सोचिए नॉर्मल इंसान जिसकी कमाए 10:00 ₹12000 हो वह 100002 दिन के अस्पताल में भर्ती होने के काम से झुक आएगा दोस्तो आप भी सतर्क रहें हम यह नहीं कहते कि आप अपना कोरोनावायरस जाकर ना करवाएं 


बिल्कुल करवाए लेकिन पहले क्योंकि आपको कोरोनावायरस के सिम्टम्स है या नहीं है हमने इस पर कई सारी पोस्ट बनाई है आप उन पर जाकर देख सकते हैं कि किस तरह कोरोनावायरस के लक्ष्ण पता लगाया जा सकते हैं बाकी अगर आपको अभी भी कोई डाउट है तो कमेंट बॉक्स में जरूर पूछना है 

धन्यवाद

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