Saturday, September 19, 2020

Dark web kya hai,or dark web se kya hota hai

Dark web kya hai,or dark web se kya hota hai

 दोस्तो एक बार फिर से सवागत है।technical prithvi और आज के आधुनिक युग में दुनिया भर में बहुत सारी चीजें हैं कुछ अच्छी और कुछ बुरी अच्छी चीजें अक्सर आपको सच है। पर देखने मिल जाती है। और ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जुड़ना चाहते हैं।



 क्योंकि ऐसे ही हमारा समाज बनाए हैं। जो यही समाज को नष्ट करने की काबिलियत रखती है। और इसीलिए इस दुनिया से छुपा के रखा गया है। दोनों के बारे में ना जानना भी एक तरह से सही है। क्योंकि नेगेटिविटी आपके दिमाग में नहीं आएगी लेकिन नहीं जाने बिना रहना भी आज के युग में बेवकूफी होगी जो कि आपको दुनिया का एक अंदाजा भी होना जरूरी है।


 ताकि आप 70 ग्रह सको और फिर की चीजों के बारे में जानकर आप अपने आप को स्ट्रांग बना पाओगे और सही और गलत में सटीक अंदर निकालना भी सीख पाओगे इसीलिए आज हम बात करने वाले हैं। बहुत ही खूबसूरत website है जिसे कॉमन भाषा में कहा जाता है Dark website मैक्सिमम लोग जब इंटरनेट के बारे में सोचते हैं। तो नहीं लगता है। कि जो नेट में सिर्फ अपने दो तूने काम जैसे की पोस्ट देखना न्यूज़ चेक करना ऑनलाइन बुकिंग सोशल 

मीडिया यूज करना बस यही होता है।


Dark website से क्या - क्या होता है।

 दुनिया है जो आप सच पेपर देखते हो इसकी गहराई में भी एक बहुत ही अलग इंटरनेट की दुनिया है। जो टेरेस क्रिमिनल्स मानसिक रोगी विनाश जाने वाले लोग जॉब सीक्रेट जासूस हाई सिक्योरिटी वाले लोग हर दिन एक्सेस करते हैं। लेकिन अभी तक नहीं कर सकते क्या दुनिया के बेस्ट से बेस्ट पुलिस एजेंसी इसमें नहीं लेकिन फ्रेंड्स यह लोग कौन है। और क्या चाहते हैं। इंटरनेट से 2 इंच नेट को कुछ इस तरह से समझ गए जो हम यूज करते हैं। हमारे ऑर्डिनरी ब्राउज़र जैसे गूगल क्रोम से सिर्फ एक छोटा सा हिस्सा यूज करता है। अपनी ब्राउज़र और सर्च इंजन से डिग्राफ एस्टीमेट के अनुसार इंटरनेट में 1.8 बिलियन से ज्यादा एक्टिव साइट से जिसमें कि कुछ साइड से से गूगल विकीपीडिया अमेजॉन रिपब्लिक साइड से और जो हम लोग रोजाना करते हैं।


Dark website आम आदमी से क्यों छुपाया जाता है

 कल यह न्यूज़ है। इंजीनियर के बड़े हिस्से की वेबसाइट भी कंप्लीट ईलीगल होते हैं। लेकिन यहां डाटा थोड़ा अलग किस्म का है। और एक आम इंसान से छुपाए रखा जाता है। कुछ सिक्योरिटी रीजंस की वजह से यहां पर पब्लिक के प्राइवेट रिकॉर्ड ईमेल बैंक ट्रांजैक्शंस मेडिकल रिकॉर्ड्स फाइनैंशल रिकॉर्ड डॉक्यूमेंट साइंटिफिक रिसर्च गवर्नमेंट रिपोर्ट ऐसे ट्रस्ट और की जाती है। आईपी ऐड्रेसेस यानी ऑनलाइन आईडेंटिटीज वेब सर्च इंजन से इंडस्टरीज छिपाए रखी जाती है। और यह सभी वेबसाइट सिर्फ एक स्पेशल के tor के वेब ब्राउज़र से ही एक्सेस किया जा सकता है। या कौन से बिल्कुल अलग है।


Dark website download क्यों नही होता है

 जबकि वेबसाइट सिंपल गूगल क्रोम या माइक्रोसॉफ्ट एज या किसी अन्य ब्राउज़र से अपलोड नहीं किया जा सकता और इनका डोमेन नेम डॉट आई एम डॉट कॉम के बचाए डॉट कॉम सेंड होता है। अब ऐसा नाम क्यों दिया गया इसके एक बहुत ही इंटरेस्टिंग स्टोरी है। जो कुछ ही देर में हम जाने वाले हैं। तो जिस तरह से हम अमेजॉन फ्लिपकार्ट स्नैपडील से बुक्स क्लोज एक्स्ट्रा ऑनलाइन मंगा दे हैं। उसी तरह स्मगलर्स दिल्ली के लाने करंसी स्वैप पासपोर्ट डीलर्स बच्चों के साथ गलत काम करने वाले मानसिक रोगी क्रेडिट कार्ड कर्ज anti-national सेक्टर 14 वेब से इलीगल और खुफिया ट्रांजैक्शंस करते हैं।


 क्योंकि उन्हें कंप्लीट प्राइवेसी और सिक्योरिटी से मिल जाती है क्यों अब यह सवाल आना चाहे उसे है। कि अगर यह इतनी खतरनाक चीज है। तो ऐसे ही क्रिएट किसने किया और इसे बंद क्यों नहीं करते थे। मेरे मन में भी बिल्कुल यही सवाल आया था जब मैं इसके बारे में जानने की कोशिश कर रहा था तो इसे समझने के लिए चलते हैं। थोड़ा अतीत में क्या आपको पता है। कि हमारा इंटरनेट हमे शुरुआत में मिली थी टेक्नोलॉजी के लिए किए गए रिसर्च की बदौलत मिला था।


 बिल्कुल उसी तरह 2002 में यूएस नेवी की निवल रिसर्च लैबोरेट्रीज को लगा कि उनके कम्युनिकेशंस बिल्कुल खुफिया तरीके से नहीं हो रहे थे पुणे सिक्योरिटी सिस्टम को अपडेट करना था जिससे कि कोई भी उनके कमीनी केशन को एक्सेस नहीं कर सके और इसीलिए उन्होंने एक ऐसे सॉफ्टवेयर को डिवेलप किया इसे रिलीज करने के बाद नाम दिया गया धोनी एंड राउटर यानी शॉर्ट में लिप्त और सॉफ्टवेयर प्याज किया ओनियन में बहुत सारे लोग होते हैं। और सभी ले उसको होते हैं। और स्ट्रीट नहीं उसी तरह डाटा भी इस नेटवर्क में कभी भी एक कनेक्शन से दूसरे कनेक्शन में स्ट्रेट नहीं जाएगा बल्कि दुनिया भर के कनेक्शन शरीर आउट होते हुए जाएगा और इसीलिए यूजर को ट्रेस कर पाना लगभग नामुमकिन है।


 और जब मैं आपसे की वेबसाइट मदरसा एकदम एनोनिमस पोस्ट होते होंगे और बिल्कुल इसी तरह वेब यूजर्स के लोकेशन और उनका आईपी एड्रेस को छुपा कर रखता है जिससे कि उन्हें चेक नहीं किया जा सके और उनकी ब्राउज़िंग हिस्ट्री का भी कोई पता नहीं लगा सके शुरुआत में यह सॉफ्टवेयर सिर्फ मिलिट्री इंटेलिजेंस और कम्युनिकेशंस के लिए थी लेकिन बाद में यूएस मिलिट्री ने इस सॉफ्टवेयर को थोड़े इरिस्पांसिबल और सेंसर देश जैसे चाइना नॉर्थ कोरिया ईरान के रिबेल्स को यूएस गवर्नमेंट के साथ सीक्रेट कम्युनिकेशन के लिए यूज करने के लिए दिया ताकि रिबेल्स और यूएस गवर्नमेंट के बीच कम्युनिकेशन सिक्रेटली हो पाए और फिर धीरे-धीरे यहां से लीक होकर पब्लिक होना शुरू हो गया और आज dark.web स्कोर प्रीटी मच हर तरह के लोग यूज़ करना शुरू कर दिया है।


 अच्छे और बुरे दोनों लेकिन शायद क्रिमिनल ज्यादा अब तो कोई भी इंसान की मेल वेबसाइट या व्हाट्सएप मैसेज इनके जरिए कांटेक्ट के साथ कभी नेकेड कर सकता है और कोई भी तबाही मचाने वाले मैसेज एक्सचेंज कर सकता है। और किसी को भी भनक तक नहीं पड़ेगी हमारे ही देश इंडिया में पैसे ट्रांसफर की वेबसाइट एक्सेस करना इल्लीगल नहीं है। लेकिन उन्हें यूज़ करके कोई क्रिमिनल एक्टिविटी करना है। उसके अंदर tor में चलते हैं। और उसका यूज़ ज्यादातर प्रोफेशनल हाथरस करते हैं। अगर हम दौर के थ्रू अनसिक्योर्ड एक वेबसाइट एक्सेस करते हैं। तो किसी का आपके डिवाइस को हाथ कर देने की संभावना बहुत हाय होती है। अब गांव में तो होती है। लेकिन उसमें कुछ कंस्ट्रक्ट बट सीक्रेट काम भी होते हैं। जैसे किसी वर्ल्ड क्लास टेक्नोलॉजी या साइंटिफिक रिसर्च के ब्लूप्रिंट को गलत लोगों से शेर और शेर की और रखना लेकिन आपको यह सब देखने के लिए प्रोफेशन लोगों द्वारा किया जाता है। प्लीज इंसान नहीं करता अपने स्पष्ट है।


 कि अगर आप मेरी बात मानो तो मैं आपको dark.web से दूर रहने को कहूंगा क्योंकि अगर आपको नहीं पता कि क्या कर रहे हो। तो कि आपकी जिंदगी में बहुत सारी आनंद मुसीबत को दस्तक दे सकता है। अगर कोई इंसान और ब्राउजर डाउनलोड फ्री सॉफ्टवेयर तो भी उसके बाद उसे पता नहीं चलेगा कि अब जाना कहां है। soscal के वेबसाइट गूगल के यूट्यूब की तरह नहीं होते कि बस टाइप कर दिया और आप पहुंच जाओगे आपको पहले वेबसाइट के नाम पता करने पड़ेंगे जो काफी कॉम्प्लिकेटेड और सिग्नेचर होते हैं।


 या फिर आपको बहुत से 10 चीजों के अनलिमिटेड ड्रिंक्स मिलेंगे जो पैसे तो एक्टिव ओनियन वेबसाइट होंगे फिर आपको पता नहीं चलेगा और वह आपको किसी के लीगल साइज तक पहुंचा देंगे तो सिंपल बात की है। कि उसको मेरे ओपिनियन में वोट करना चाहिए और एक नॉर्मल यूजर अपनी सुविधा के लिए वीपीएन वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का इस्तेमाल कर सकता है। जिससे वह अपने नॉर्मल क्रोम ब्राउज़र को भी और सिक्योर बना सकता है लेकिन फ्रेंड्स दुनिया में अगर टेक्नोलॉजी का सदुपयोग हो रहा है। तो उसका मिस यू सोना भी बिल्कुल नॉर्मल है। लेकिन आपको ऐसे ऐसे रियालिटी एक्सेप्ट करना है। और इन चीजों से दूर रहना है। उसके बहुत सारे भयानक इससे आपने मैं भी और तूने भी होंगे लेकिन से डरिए मत क्योंकि बहुत सारे और बदले जाने मनगढ़ंत कहानियां भी होती है। ओवरऑल अपने आपसे सिर्फ एक सवाल पूछिए कि अगर आपको सेफ एंड सिक्योर रहना है। और इसे दूर करना क्या आप को पॉजिटिव रख पाएगा तो मैं इस पोस्ट को अंत करता हूं।


 इसी सवाल के साथ और इस पोस्ट में फ्रेंड सर्कल आपको पसंद आया तो शेयर करने में बिल्कुल भी कंजूसी मत करना आज के टाइम में मुझे आपकी सपोर्ट की बहुत जरूरत है ताकि हम ऐसे ही और भी अच्छे पोस्ट बनाते रहे तो इसीलिए यह पोस्ट में को सब्सक्राइब का टारगेट रखते हैं। तो इसका और मैं जानता हूं कि हम यह आसानी से कर सकते हैं।

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