Wednesday, January 11, 2023

जापान इतना आगे क्यों है


दोस्तो एक बार फिर से स्वागत है आपका technical prithvi में अगर आप इस दुनिया के सबसे अतरंगी देश की बात करेंगे तो बेशक नॉर्थ कोरिया का ही आएगा जहां के लोग दुनिया से कोई मतलब ही नहीं रखते और सिर्फ इनकी दुनिया उनकी सरकार द्वारा बनाए गए नियमों पर ही चलती है

जापान इतना आगे क्यों है


 पर कुछ देश ऐसे भी हैं जहां पर अजीब नियमों की कोई कमी नहीं है जिसमें जापान और चाइना सबसे टॉप पर आते हैं आज हमने सोचा क्यों ना आपको जापान के कुछ ऐसे स्कूल रूल्स के बारे में बताया जाए जो आपका दिमाग पूरी तरह से चपरा के रख देंगे जी हां क्योंकि स्कूल रूस तो हर जगह के अलग-अलग होते हैं लेकिन जापान की तो बात ही निराली है ना इसीलिए दोस्तों मैं आपका दोस्त prayag kumar आपको जापान की कुछ ऐसे स्कूल रूल्स के बारे में बताने वाला हूं 


जो आपको हैरान कर के रख देंगे तो चलिए शुरू करते हैं हमारी शानदार पोस्ट शुरू करने से पहले एक छोटी सी रिक्वेस्ट है कि पोस्ट के नीचे रेड कलर का सब्सक्राइब बटन दिख रहा होगा उस पर क्लिक करके सब्सक्राइब कर ले ताकि आपको पोस्ट मिले सबसे पहले हेयर स्टाइल रिक्वायरमेंट्स लगभग दुनिया के हर देश में हेयर स्टाइल को लेकर कोई इतना स्प्रिक्स रूल नहीं है


जापान के स्कूल के बच्चे के बारे में

 क्योंकि बच्चा जैसा चाहे हेयर स्टाइल बना सकता है फिर चाहे वह कैसी भी स्टाइल क्यों ना हो लेकिन जापान में ऐसा कुछ नहीं है 92 लड़कों को अपने बाल कांता छोटे करने पड़ते हैं उसके साथ ही वह अपने बालों में कोई भी स्टाइलिंग प्रोडक्ट इस्तेमाल नहीं कर सकते और ना ही बालों की कोई लेयर निकाल सकते हैं ताकि वह बिना फर्जी स्टाइलिश लुक लेकर स्कूल आए और अगर बात लड़कियों की की जाए तो लड़कियां अपने बाल चाहे जैसा बना सकती है लेकिन तूने वह ज्यादा स्टाइल नहीं कर सकती दो ना ही स्कूल में मेकअप और अदर कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर सकती हैं जो चीज साफ दर्शाता है कि जापान में बच्चों को डिसिप्लिन में रहने के लिए काफी जोर दिया जाता है रिलेशनशिप रूल रिलेशनशिप रूस की आती है तो यह चीज हर जगह थोड़ी पाबंदी के साथ ही की जाती है क्योंकि स्कूल वगैरह में बच्चे टीनएजर होते हैं 


जिस वजह से कोई भी उनके रिलेशनशिप को एक्सेप्ट नहीं करता लेकिन किसी को पता चल गया तो इतना बड़ा कोई नहीं होता पर अगर बात जापान की की जाए तो स्कूल रिलेशनशिप वहां पर बिल्कुल बैन है क्यों विवाह पर गवर्नमेंट बिल्कुल यह नहीं चाहती कि जिस उम्र में बच्चों को पढ़ाई करनी चाहिए उस उम्र में बच्चे फिजूल के रिलेशनशिप में आकर अपना करियर खराब कर दें प्यारा सा करते हुए किसी को पकड़ा जाता है तो उसे काफी भारी सजा सुनाई जाती है

 

जापान में स्कूल का लंच किसे करता है

स्कूल लंच सबसे ज्यादा एक्साइटेड अपना स्कूल लंच कि वह हमेशा अपने दोस्तों के साथ अपना मनपसंद खाना खाने के लिए बेताब रहते हैं इसी वजह से कई सारे स्कूल में बच्चों को या तो अपने घर से खाना लाना होता है या फिर उन्हें कैंटीन जैसी जगहों पर जाकर अपना लंच अपने फ्रेंड्स के साथ शेयर करना होता है लेकिन जापान का सिलसिला कुछ उल्टा है भाई साहब वहां पर सभी बच्चों को एक जैसा ही खाना खाने को मिलता है और वह खाना वह कैफिटेरिया में ही खा सकते हैं जिसके बाद कोई भी बच्चा उस नीलकन्ना नहीं कह सकता जिसमें उन्हें राइस सुपरफिश दी जाती है और अगर जिस बच्चे ने उसे नहीं खाया तो उसे पनिशमेंट मिलती है जनिटोरियल ड्यूटी ज्यादातर स्कूलों में स्कूल की सफाई करने के लिए अलग से लोगों को हायर किया जाता है।


जापान में स्कूल को कोंन साफ करता है

 जो बच्चों के जाने के बाद पूरे स्कूल को अच्छे से साफ कर देते हैं ताकि अगले दिन बच्चे फ्रेश शुरुआत कर सकें लेकिन जापान में ऐसा कुछ नहीं है वहां पर बच्चों को खुद ही अपनी क्लास रूम साफ करनी पड़ती है और सिर्फ स्टूडेंट ही नहीं बल्कि टीचर भी इस काम में बच्चों की मदद करते हैं जिस वजह से उन्हें नासिर अपने क्लास रूम की बल्कि पूरे स्कूल की सफाई में हेल्प करनी पड़ती है ताकि पूरा स्कूल चमचम आता है और बच्चे खुद से साफ-सफाई जैसी चीजों को सीख सकें ताकि उन्हें सारी चीजें लाइफ में कभी प्रॉब्लम ना दे।


सेल्फ डिफरेंट 

 सेल्फ डिफेंस सेल्फ डिफेंस तो आजकल हर जगह पर चल गया लेकिन जापान में यह सब पहले ही भारी संख्या में इस्तेमाल किया जाता था जहां पर स्कूल में बच्चों को self-defense सिखाया जाता है ताकि वह अपनी लाइफ में किसी भी प्रॉब्लम का हल खुद ही निकाल ले चाय वो प्रॉब्लम मेंटली और फिजिकली हो या और किसी कारण से यहां की टीचर बच्चों को सेल्फ डिफेंस दिखा कर आत्मनिर्भर बनाने में लगे रहते हैं यह सेल्फ डिफेंस जापान के इंसान पेपर जो कि तलवार की तरह होता है लेकिन उसमें धार नहीं होती बल्कि कोई अलग किस्म की तलवार होती है और उसी चीज का इस्तेमाल करके जापान में बच्चों को सेल्फ डिफेंस सिखाया जाता है जो गांव की अनोखी बात है ग्रीटिंग ग्रीटिंग तो एक ऐसी चीज है जो हर जगह पर सिखाई जानी चाहिए फिर चाहे वह जवान हो या फिर कोई और थी अब आप हमारे देश को ले लीजिए यहां पर तो हमें ग्रीटिंग करना काफी सिखाया जाता है लेकिन हम हमारे देश में ग्रीटिंग अंग्रेजी शब्द के साथ करते हैं


 लेकिन जापान में वेस्टर्न कल्चर को छोड़कर वहां के लोग चुप कर अपनी टीचर को ग्रीटिंग करते हैं स्कूल का स्टार्ट हो या फिर एंड यानी कि वह ग्रीटिंग में किसी भी वेस्टइंडीज को ना लाकर अपने कल्चर को बढ़ावा देते हैं ताकि उनके बच्चे समझ सके कि कैसे उनका कल चोर भी किसी चीज से कम नहीं है जो कि करना तो हमारे देश में बिहार बच्चा गुड मॉर्निंग गुड इवनिंग के रट लगाते हुए आपको दिख जाएगा हाथ जोड़कर नमस्ते करना तो जैसे लोग भूल ही गए आप दुआ सलाम भी कर सकते हैं उसमें भी कोई हक नहीं है लेकिन किसी एक चीज को लगातार रटते रहना कहां की समझदारी है बाकी इस पर आप अपनी राय जरूर देना कि आप इस पर क्या कहना चाहेंगे अपना जवाब कमेंट बॉक्स में लिख देना ब्रेक जब बात यहां पर छुट्टियों की आती है।


जापान स्कूल में छूटी कितने दिनों की होती है

 तो सफ्ताह ने माह सेक्शन के एंड में 5 हफ्तों की छुट्टी दी जाती है और बीच में उन्हें कोई बड़ी छुट्टी नहीं दी जाती अब जापान में हमारे देश की तरह हर त्यौहार में छुट्टी लेने का कोई कारण नहीं है क्योंकि वहां इतने सारे त्यौहार ही नहीं पड़ता उसी के साथ जैसे हम छुट्टियों पर घूमने फिरने निकल जाते हैं वहां पर ऐसा कुछ नहीं होता बल्कि जब बच्चों की छुट्टी होती है तो वहां पर उन्हें ब्रेक डांस को प्रोजेक्ट दिए जाते हैं छुट्टी होती है तो अपूर्ण ब्रेक डांस को प्रोजेक्ट दिए जाते हैं ताकि वह अपने दिमाग को लगातार यूज़ करते रहें और छुट्टियों में भी वह कुछ ना कुछ नया सीखे 


जापान कितने नंबर पर आता है

इसी कारण जापान दुनिया में चौथे नंबर पर जाकर बच्चे मैथ्स जैसी चीजों में काफी आगे हैं बाकी दोस्तों आज के लिए बस इतना ही वक्त है आप से अलविदा लेने का हमारी आज की पोस्ट आपको कैसी लगी आप हमें कमेंट करके बताइए ऐसे इंटरेस्टिंग पोस्ट लगातार देखने के लिए हमारे वेबसाइट को लाइक शेयर सब्सक्राइब करना ना भूले हम फिर मिलेंगे तब तक के लिए जय हिंद जय भारत

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