Wednesday, October 5, 2022

भारत मे पैसे कैसे बनते है।और कहा

 भारत मे पैसे कैसे बनते है।और कहा

हेलो दोस्तों कैसे हैं आपका बहुत-बहुत स्वागत है।technical prithvi में क्या आपको मालूम है। हमारे देश का पैसे कैसे और कहां बनता है। शायद आपको नहीं मालूम होगा आज कल सभी लोग पैसे के पीछे भाग रहे हैं। पैसा ऐसी चीज है। जिसके बिना जीवन जीना मुश्किल है।
Bharat me paise kaise banta hai



 आज हर काम में पैसे की जरूरत पड़ती है। लेकिन क्या आपको पता है। पैसे कैसे बनाते हैं। और पैसे कहां और कैसे छपते हैं बहुत कम लोगों को पता होगा कि हमारे देश का पैसा कहां और कैसे बनता है। तो दोस्तों आज के इस पोस्ट में मैं आपको बताऊंगा पैसे का पेपर कहां तैयार होता है। हमारे देश में पैसे छापने की मशीन कहां है।


 पैसे कैसे छपते हैं। खराब नोटों का क्या करते हैं। हम तक कैसे पहुंचते हैं। तो रोज तो आज इन सब सवालों का जवाब आपको इस पोस्ट में मिल जाएगा आप सभी लोग पोस्ट को आज तक देखते रहिए तो चलिए आपका ज्यादा टाइम ना लेते हुए पोस्ट को शुरू करते हैं। लेकिन दोस्तों पोस्ट शुरू करने से पहले आपको बता दो पोस्ट के नीचे एक रेड कलर का सब्सक्राइब बटन दिख रहा होगा उस पर क्लिक करके सब्सक्राइब करले


पैसे का पेपर कहा बनते है

सबसे पहले आपको बताते हैं। पैसे का पेपर कहां होता है। पैसे का पेपर ज्यादातर दुनिया के 4 देशों में होता है। इन देशों में पेपर बनाने की आधुनिक मशीनें हैं। तो चलिए जानते हैं। वह कौन से देश हैं। पहला अमेरिका का पोर्टल फ्रांस का अर्जुन वीडियो तीसरा स्वीडन चौथा यू शीतल पेपर फैब्रिक चलिए दोस्तों अब हम आपको बताते हैं।


भारत मे पैसे छापने वाला मसिंन कहा है।

 हमारे देश में पैसा छापने की मशीनें कहां हैं। पैसा बनाने की मशीने एमपी के देवास मैसूर साल बोनी नासिक में है। देवास में नोटों की सिंचाई और 10 50 500 के नोट छापे जाते हैं मैसूर में 2000की नोट छपते हैं। आपको बता दें कि देवास में 1 साल में 265 करोड़ नोट छपते हैं।

भारत मे 1 साल में कितने पैसे छापते है।

 जी हां दोस्तों आपने बिल्कुल सही सुना 1 साल में 265 करोड नोट इसके अलावा हमारे देश में एक पेपर मिल 4 बैंक नोट प्रेस और चार टकसाल मेल है। 1 साल मेल देश के 4 शहरों में है। जिनमें मुंबई हैदराबाद कोलकाता नोएडा शामिल है। नोट छपाई के पेपर होशंगाबाद और विदेशों से इंपोर्ट किए जाते हैं इंडियन नोट में तीन जगह का पेपर यूज़ होता है। पहला महाराष्ट्र की करेंसी नोट प्रेस दूसरा ज्यादातर पेपर एमपी के होशंगाबाद मेल से आता है। तीसरा कुछ पेपर को विदेश से इंपोर्ट किया जाता है।


पैसे कोंन सी पेपर का बनता है।

 आपको बता दें नोट बनाने में खास कॉटन से बने पेपर और खास एआई का इस्तेमाल होता है। एशियाई देवास के बैंक नोट प्रेस और सिक्किम में स्विच फॉर यूनिट में बनती हैं। दोस्तों अब आपको बताते हैं।


पैसे कैसे छपते है

 पैसे कैसे छपते हैं। विदेश और होशंगाबाद से आए पेपर को सैम टोन मशीन में डाला जाता है। इसके बाद इसे दूसरे मशीन इन टापू मशीन में डाला जाता है। मशीन से निकले नोटों की सीट पर अच्छी और खराब नोटों को अलग अलग कर दिया जाता है। इसके बाद सही नोटों पर नंबर डाला जाता है। नंबर डालने के बाद एक - एक नोट को चेक किया जाता है। दोस्तों आपने देखा होगा बहुत से खराब नोट हो जाते हैं। तो आपके मन में भी सवाल आता होगा कि आखिर एक खराब नोटों का गवर्नमेंट क्या करती है। तू चलिए आपको बता देते हैं।


खराब पैसे को क्या करते है।गवर्मेंट

 खराब नोटों का क्या करती है गवर्नमेंट जब नोट खराब हो जाते हैं तो उन्हें बैंक में जमा कर दिया जाता है। बैंक और नोटों को मुख्य कार्यालय में भेज देता है। वही उनकी जांच होती है। और उनकी जगह नए नोटों को छाप दिया जाता है।


भारत के कोने - कोने में पैसे कैसे चल जाते है

 दोस्तों क्या आपने कभी सोचा है। भारत कितना बड़ा है। फिर भी भारत के कोने कोने गांव में पैसे पहुंच जाते हैं लेकिन वह पैसे कैसे पहुंचते हैं। आप नहीं जानते होंगे तो चलिए अब आपको बता देते हैं।पैसे हम तक कैसे पहुंचते हैं। रिजर्व बैंक के देश में अट्ठारह ऑफिस हैं। वे ऑफिस अहमदाबाद बेंगलुरु बेलापुर चेन्नई चंडीगढ़ भोपाल जयपुर हैदराबाद गुवाहाटी कोलकाता कानपुर जम्मू मुंबई नागपुर पटना त्रिवेंद्रम पुरम ईश्वर लखनऊ बता दे सबसे पहले नोट इन ऑफिस में पहुंचते हैं। इसके बाद अलग-अलग बैंक में भेज दिया जाता है तो दोस्तों यह सब प्रोसेस होता है।


 एक नोट को बनाकर पूरे गांव-गांव तक भेजने के लिए शायद अब आपको पता चल गया होगा कि हमारे देश का पैसा कैसे और कहां बनता है। अगर अभी भी आपके मन में कोई सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमसे जरूर पूछें और दोस्तों इस पोस्ट को एक शेयर कर दें जिससे हमारा मोटिवेशन बड़े और इस  अगले पोस्ट में कुछ नए जानकारी के साथ तब तक जय हिंद जय भारत

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