Saturday, May 13, 2023

चीन का सूरज कितना बड़ा है । Artificial sun made by China । हाल ही में किस देश ने कृत्रिम सूरज बनाया है । how big is china sun । चीन का कृत्रिम चंद्रमा


चीन का नकली सूरज नीचे क्यो गिर रहा है। नकली सूरज नई सूरज आफत किसने सोचा था। कि चीन ने कभी नकली सूरज भी बना सकता है। लेकिन चीन तो चीन है। और चीन के copy करने में महारात हासिल है। 2020 में जब चीन के आसमान में 3 - 3 सूरज चमकते देखे। तो पूरी दुनिया डंग राह गए। किसी ने एसे कुदरत का करिश्मा माना तो किसी ने ऐसी चीन का नया कारनामा करार दिया । 

चीन का सूरज कितना बड़ा है । Artificial sun made by China । हाल ही में किस देश ने कृत्रिम सूरज बनाया है । how big is china sun । चीन का कृत्रिम चंद्रमा

लेकिन ना तो कुदरत का करिश्मा है। ना तो चीन का कोई कारनामा ये तो बस घटना थी। इसने चीन के नकली सूरज बनाने के दावे की एक बार फिर से याद दिला दी थी। 3 दिसंबर आते - आते चीन की वो महत्व का कल्पना साकार आखिर कार आखिर कर हो ही गया। यानी वर्षो से नकली सूरज को लेकर चीन का माहौल बनाया जा रहा था। 


मजाक बनाया जा रहा था। उसे चीन ने आखिर कर सच कर दिखाया। चीन ने made mad suraj तैयार कर लिया। ओर खाश बात ये है। कि नकली सूरज असली सूरज से 10 गुना ज्यादा शक्तिशाली है। यानी नकली सूरज असल मे न्यूक्लिरल फियूजन रियेक्टर है। उसमें असली सूरज से 10 गुना ज्यादा रोशनी गर्मी और ऊर्जा पैदा होगी। 


लेकिन चीन का ये सूरज अब उसके लिए नए आफत बन गया है। कैसे ये जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें। 


चीन का सूरज कितना बड़ा है । Artificial sun made by China । हाल ही में किस देश ने कृत्रिम सूरज बनाया है । how big is china sun

दोस्तो चीन का दावा है। उसका बनाया नकली सूरज असली सूरज से 10 गुणा ज्यादा गर्मी और ऊर्जा देती है। लेकिन सूरज हमारे सौरमंडल के सूरज के तरह हर रोज उदय होगा। और ना ही अस्त होगा। और तो ओर इस सूरज पर बदलते मौसम का कोई असर नही पड़ेगा। फिर चाहे मौसम गर्मी का हो। या बरसात हो। कड़ी ठंड ना तो इसके एनर्जी रात के वक्त खत्म होगी। और नही दिन के वक्त इस की ऊर्जा खत्म होगी। 


कहने का शिधा मतलब ये है। कि चीन के बनाये नकली सूरज के ऊर्जा किसी भी वक्त असली सूरज से कई गुणा ज्यादा ही होगी। रात हो या दिन का इनके गर्मी या ऊर्जा पर कोई फर्क नही पड़ेगा। चीन ने जिसे नकली सूरज को तैयार किया है। उस रियेक्टर का नाम है। HHL2M रियेक्टर ये चीन का सबसे बड़ा और मॉर्डन Research centar है। 


हाल ही में किस देश ने कृत्रिम सूरज बनाया है

अपने बेहद high टेम्परेचर के कारण इस रियेक्टर को नकली सूरज कहा जा रहा है। चीन ने south advance technology नूत रियेक्टर ने इस काम को अंजाम दिया। चीनी मीडिया के माने तो ये divaice गर्म प्लाज्मा को मिलने के लिए इस्तेमाल करती है। इसका टेम्परेचर 15 करोड़ degree सेलसिस तक पहुँच सकता है। 


जो कि सूरज की कोर के 10 गुणा भी ज्यादा गर्मी है। अगर चीन की मीडिया के बात सच है। तो साफ है। कि सूरज पूरी दुनिया को अपने रोशनी से रोशन करता है। वैसे ही सूरज चीन ने बना लिया है। फर्क सिर्फ इतना है। इस नकली सूरज को न्यूक्लिरल फुयूजन के मदद से बनाया गया है। और एसे control भी एसे से किया जाता है।


चीन के sentic ये दावा कर रहे है। उनके इस नकली सूरज से पोसिल फुयूल पर हमारी depend बेहद कम हो जाएगी। कहाँ तो ये भी जा रहा है। सूरज से पैदा की गई न्यूक्लिरल एनर्जी को टेक्निक से safe green एनर्जी में बदला जा सकेगा। जिसे धरती पर ऊर्जा का बढ़ता संकट दूर किया जाएगा। लेकिन क्या ये सच है। इतना आसान होगा। क्या सिर्फ इसके फायदे ही फायदे होंगे। सायद ये सवाल का जबाब मिलना अभी बाकी है। 


क्योंकि हमारी समझ तो यही कहती है। कि इस नकली सूरज के वजह से पैदा होने वाला न्यूक्लिरल west इंशनो के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। ना सिर्फ इंशनो के लिए बल्कि प्राकृतिक के कई और जीवो पर भी इसका काफी बुरा असर पड़ सकता है। वैसे आपको बता दे। चीनी सिंटेस साल 2006 से न्यूक्लिरल डेवलप करने पर काम कर रहे है।


कृत्रिम ड्राफ्ट द्वारा निर्मित किया जाता है

लेकिन कामयाबी अब जाकर अब मिली है। यानी अब ओर कुछ ऐसा हो चला है। जब दुनिया के दूसरी सबसे बड़ी इकनॉमी चीन से अमरीका को कड़ी टक्कर मिल रही है। ओर चीन दुनिया मे पहले नंबर पर काबिज होने के लिए बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। कोशिश कर रहा है। संघर्ष कर रहा है। 

चीन का सूरज कितना बड़ा है । Artificial sun made by China । हाल ही में किस देश ने कृत्रिम सूरज बनाया है । how big is china sun । चीन का कृत्रिम चंद्रमा


चीन के इस मोंकाम को पूरा करने में नकली सूरज का बेहतरीन इस्तेमाल किया जा सकेगा। अब चीनी मीडिया ढिंढ़ोरा पिट रहा है। कि न्यूक्लिरल एनर्जी का दिलेमेंट चयन के एनर्जी  रिकुमेंट्स को पूरा करने के लिए जरूरी है। ही चीन के आस व्यवस्था और विकाश के लिए भी बेहद जरूरी है। चीन तो ये दावा कर रहा है। की उसका ये नकली सूरज असली सूरज के तरह ही सुध ऊर्जा देगा। और ऐसे न्यूक्लिरल फियूजन से कंट्रोल किया जाएगा। तो चलिए आपको ये भी बता देते है। कि न्यूक्लिरल फियूजन आखिर है। क्या न्यूक्लिरल फियूजन से किस से अलग है। 


न्यूक्लिरल फियूजन क्या है। और इससे क्या होता है? 

दर्शल फियूजन हमारे ब्रह्मांड का एनर्जी सोर्स यानी कि ऊर्जा सोक है। सूरज समेत सभी सितारे फियूजन के दरिये ही एनर्जी जेनरेट करते है। जब हल्के पटिकल्स बहुत ज्यादा प्रेशर लाखो 100000 degree सेल्सियस के टेम्परेचर पर आपस मे मिलते है। तो वो हेबि प्ररिकल्स का अंग बनाते है। और बहुत सारे ऊर्जा पैदा करते है। सितारों में आमतौर पर हल्का कण हाइड्रोजन होता है। 


जो फ्यूजन या दरमिक हीलियम बनाता है। ये prosess धरती पर किसी भी न्यूक्लिरल रियेक्ट में हो। तो समझिए कि सूरज को किसी डिब्बे में बंद कर देना जैसा होगा। न्यूक्लिरल फिजियन में रेडियो face नही निकलता ओर इससे किसी हादसे का खतरा भी काफी कम होता है। 


चीन ने अपने इस फ्यूजन नियूजन ओर रियेक्ट से सूरज से भी ज्यादा गर्मी पैदा किया है। उसका ये dio मीटर 8 मीटर ओर वजन 19 सो 60 टन है। उस प्रोजेक्ट का नाम है। East पूर्व वाला est नही बल्कि Exprimental advanced superconducting tokamak इंतेजइन्ट सूरज बनाने के लिए हाइड्रोजन गैस को 5 करोड़ डिग्री सेलसिस कब तापमान पर गर्म कर उस तापमान को 102 सेकेंड तक रखा गया। 


    चीन का सूरज कितना बड़ा है

आप ये भी जान लीजिए नकली सूरज का तापमान 15m यानी कि 1 करोड़ 50 लाख डिग्री सेलसिस कई ज्यादा है। जब कि नकली सूरज के तापमान 150m यानी कि 15 करोड़ डिग्री सेलसिस से कई ज्यादा है। इसलिए आज से सेंटिक फ्यूजन ने जितने गर्मी पैदा करने का दावा कर रहे है। वो असली सूरज के मुकालबे 10 गुणा से भी ज्यादा है। 

चीन का सूरज कितना बड़ा है । Artificial sun made by China । हाल ही में किस देश ने कृत्रिम सूरज बनाया है । how big is china sun । चीन का कृत्रिम चंद्रमा


दोस्तो चीन ने map में न्यूक्लिरल का ये फॉर्मूला ठीक वैसे ही इस्तेमाल किया है। जैसे न्यूक्लिरल फ़्यूजन असल मे सूरज होता है। चीन का फ़्यूजन इसी पर बना है। चीन को इस कामयाबी 14 साल की मेहनत के बाद मिली है। उससे भी खास बात ये है। कि चीन को ये कामयाबी ऐसे वक्त मिली है। 


जब दुनिया भर के वैज्ञानिक के कह रहे है। सूरज की रोशनी लगातार कम हो रही है। खुद नशा के ही reseaech में ये बात पता चला है। कि हमारी सौरमंडल में मोहजूद दूसरे तारो के मुकालबे सूरज जल्दी कमजोर हो रहा है। अगर ये सही है। तो धरती पर IA यानी कि हेमियोक की आशंका गहराने लगी है। 


इससे उबरने के लिए नकली सूरज की खोज बेहद अहम मानी जा सकती है। दोस्तो दुनिया के कई और मुल्क ऐसे प्रोजेस्ट पर काम कर रहे है। लेकिन सब के मुकाबले चीन काफी आगे निकल गया है। कैसे ये भी समझ लेते है। 


क्या चीन दुनिया मे सबसे आगे बढ़ गया है। 

दर्शल परमाणु ऊर्जा पर हमारे देश भारत में भी तेजी से 55 सालों से काम चल रहा है। दुनिया मे इस वक्त करीब 440 रियेक्ट काम कर रहे है। लेकिन इन सब मे फ्यूचर एनर्जी पैदा कर रहे है। न्यूक्लिरल फेजेंसी इस proesses में न्यूक्लिरल अर्जी पैदा तो होते है। 


लेकिन काफी सारे radio active कचरा निकलता है। ये बात हम सब जानते है। कि radio active कचरा कितना खतरनाक होता है। और नुकसान दायक होता है। इससे न्यूक्लिरल रियेक्ट होने वाले आशंका बनी रहती है। वही दूसरी तरफ न्यूक्लिरल फ़्यूजन में एनर्जी तो मिलती है। साथ ही radio active से भी मिजाय मिल जाती है। 


      चीन का कृत्रिम चंद्रमा

आपको बता दे। कि सिन्सटिस पिछले एक सदी से इसका विकप तलाश करने की कोशिश में लगी हुई है। जिसमे अब जाकर चीन ने कामयाब का झंडा गाड़ दिया है। आने वाले कुछ सालों में अगर पूरी तरीके से दुनिया बदल जाएगी। तो चौकिये गा मत चीन तो अब चांद बनाने में जुटा हुआ है जिसे spece में star light के तौर पर लगाया जाएगा। 


ओर अगर चीन इसमे कामयाबी हो गया तो पूरी दुनिया में हर वक्त रोशनी ही रोशनी रहेगी। 


दोस्तो चीन के इस technology चाँद ओर सूरज बनाने पर आपका क्या मनना है। क्या ये सही है। क्या चीन सही है। क्या इस तरीके से प्राकृतिक से छेद छाड़ करना इस तरीके से खुद का सूरज खुद का चांद बना लेना हम इंशनो के लिए सही है। एक मान्य में तो सही है। 


अगर science प्राकृतिक के मामले में सोचिए ओर वैज्ञानिक डिपेमेंट के बारे में सोचिए तो सही भी है। क्योंकि हम सब advance हो रहे है। और हमे हमारे हिसाब से आसपास के जगहों को ट्रैफरोम करने की आजादी होनी चाहिए। और हम करेंगे। 


करेंगे नही तो सीखेंगे कैसे लेकिन चीन के हरकते ओर चीन के इतिहास रहा है। वो आप देखा जाए। तो उसे ये काम सही में ठीक से नही हुआ तो पूरी दुनिया मे आफत आ सकती है। 


आपको क्या कहना है। चीन को ये काम करने देना चाहिए। इंटरनेशनल है। या चीन पर अंकुश लगाकर उसे इस प्रोजेस्ट को करने से रोकना चाहिए। आपका क्या मत है। comment box में जरूर बताये। ओर जितना हो सके। ये सवाल दूर - दूर तक पूछने के लिए इस पोस्ट को share जरूर करे।


कल फिर मिलेंगे एक ओर दिल चसब पोस्ट में तब तक के लिए आप सबका इस पोस्ट के अंत तक बने रहने के लिए आप सभी लोगो का दिल से धन्यवाद,,,


चीन में कितने सूर्य दिखाई देते हैं

चीन का सूरज कितना बड़ा है

सूरज का जन्म कैसे हुआ

हाल ही में किस देश ने कृत्रिम सूरज बनाया है

किस देश में सात सूर्य दिखाई देते हैं

किस शहर में पांच सूर्य दिखाई देते हैं

चीन का कृत्रिम चंद्रमा

सूरज के अंदर क्या है

कृत्रिम सूर्य

चीन आर्टिफीसियल सुन

चीन मध्ये कोणती लिपी वापरली जाते.

कृत्रिम ड्राफ्ट द्वारा निर्मित किया जाता है

Artificial sun

Artificial sun made by China


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