Tuesday, November 29, 2022

क्या भगवान सचमुत होते है।


एक बार एक संत लोगो के प्रवचन दे रहे थे। तभी एक since का विद्यार्थी उठा और उसने सवाल किया सवामी जी मे आप से ये पूछना चाहता हूं। क्या आप ने भगवान को देखा है।

क्या भगवान सचमुत होते है।


क्या भगवान सचमुत होते है। 

स्वामीजी :- ने जबाब दिया हॉ मेने भगवान को महसूस किया है। 


विधार्थी:- ने कहाँ सवामी जी मे sinsce का विद्यार्थी हूं। में किसी भी बात को बिना परोप के बिना नही मानता हूं। आपको मुझे परोप देना होगा। क्या भगवान सच मे होते है। 


स्वामी जी :- ने कहाँ चलो ठीक है। में तुम्हे आज परोप दूंगा । लेकिन उस से पहले मेरे एक सवाल का जबाब दो । स्वामी जी ने पूछा आप क्रिकेट खलते हो। 


बिधर्थी :- ने कहाँ हा हम क्रिकेट खेलते है। 


स्वामी जी :- ने कहाँ जिसने भी क्रिकेट का खेल बनाया है। उसने तीन विकेट क्यो रखे है। तीन से ज्यादा क्यो नही रखे है। चार या 5 विकेट भी तो रख सकते थे। स्वामी जी ने विद्यार्थि से कहाँ तुम 5 विकेट के साथ क्रिकेट क्यो नही खेलते हो। 


क्या तुम्हें किसीने परोप दिया है। कि क्रिकेट में 3 विकेट ही होना चाहिए। बिधर्थी संत हो गया । फिर सवामी जी ने कहां 


क्या भगवान सचमुत होते है। 

जीवन मे हर चीज पर सवाल नही करना चाहिए। हर चीज सही गलत या परोप के डरिये नही मापी जाती है। । भगवान पर बिस्वास करने के अर्थ किसी व्यक्ति पर बिस्वास करना नही होता है। 


बल्कि अपने मन की सक्तियो पर बिस्वास करना होता है। इसे मान लेने अपना लेने से आपका ही फायदा है। किसी दूसरे का नही । 


दोस्तो लोग हमेशा बे मतलब की चीजों पर तत्व करते है। मन लीजिये । अगर आप अंदर से कमजोर है। और दुखी है। फिर भी आप बाहर से खुश है। और कह रहे हो में कमजोर नही हूँ।


ओर खुद से झूठ बोलकर हिमत बड़ा रहे हो तो इसका कोई बुराई नही है। दोस्तो ये story हमको यही बताता है। कि बे मतलब की बाते में टाइम फालतू ना करे। 


ओर अगर आपको किसी भी चीज में मन लग गए हो तो आप उस चीज को सफल जरूर बनायें।


निश्चित

तो दोस्तो उम्मीद करता हूं। कि ये पोस्ट आपको काफी ज्यादा पसंद आया होगा तो आप अपने दोस्तों के पास जरूर शेयर करे। और अगर आपको कुछ पूछना है। तो comment box में पूछ सकते है। हम आपके हर सवालो का जबाब देने के लिए हम हमेशा तैयार है। 

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